बढ़ते वजन काे काबू करने के लिए लाेग बहुत काेशिश करते हैं, लेकिन कई बार एेसा हाेता है कि उनकी तमाम काेशिशें फेल हाे जाती हैं, व वजन कम नहीं होता. थायरॉयड, जीन्स, तनाव, ड्रग्स आदि ऐसे वजहें हैं, जो वजन कम नहीं होने देतीं.
इसके अतिरिक्त कुछ व सामान्य वजहें भी हो सकती हैं जाे आपका का वजन कम नहीं हाेने देतीं हैं. आप भी अगर वजन कम करने के रास्ते पर है ताे ध्यान रखें कि कहीं काेर्इ चूंक ताे नहीं हाे रही है. आइए जानते हैं वेट लाॅॅस प्राेग्राम के दाैरान हाेने वाली सामान्य गलतियाें के बारे में:-
ब्रेकफास्ट न करना: सुबह-सुबह जल्दबाजी में ब्रेफफास्ट न करना व फिर जो कुछ सरलता से मिला, वो खा लेना. ऐसे में अक्सर फास्ट फूड या तली-भुनी चीजें खाकर हम वजन बढ़ा लेते हैं.
पार्टी एनिमल बनना: पार्टी में हम ज्यादा खा लेते हैं व ड्रिंक्स भी ज्यादा हो जाते हैं. बुफे में व भी ज्यादा खाया जाता है. घर से कुछ हेल्दी व हल्का खाकर निकलें तो पार्टी में कम खाएंगे.
मीठे का शाैक: हम लोग अक्सर पेट भर खाने के बाद कुछ मीठा खाना पसंद करते हैं. यह कॉम्बिनेशन व कैलरी, दोनों लिहाज से गलत है. भारी कार्बोहाइड्रेट या फैट के बाद शुगर नहीं खाना चाहिए. साथ ही मिठाई में उपस्थित कैलरी के लिए घातक हैं. खाना ही है तो फ्रोजन बनाना या एपल डिप्ड इन चॉकलेट, सौंफ-किशमिश या गुड़ जैसे ऑप्शन अपना सकते हैं.
ज्यादा कैलाेरी खाना: अक्सर लोग एक प्लेट गोलगप्पे या एक प्लेट (2 पीस) गुलाबजामुन यूं ही खा जाते हैं, जबकि 5-6 गोलगप्पे में 100 व दो गुलाबजामुन में 385 कैलाेरी होती हैं. करीब एक वक्त के खाने के बराबर कैलाेरी. ऐसे ही एक प्लेट पास्ता या नूडल्स (करीब 100 ग्राम) व मसाला डोसा में करीब 430-450 कैलाेरी तक होती हैं.
शुगर-फ्री चीजें: आजकल शुगर-फ्री या डाइट आइटम फैशन में हैं. कई लोग नेचरल शुगर न लेकर शुगर-फ्री लेते हैं. इससे वे ी के जरिए मिलनेवाली कैलरी से तो दूर रहते हैं पर लंबे वक्त तक शुगर-फ्री लेना अच्छा नहीं है. शुगर-फ्री आइटम्स में आर्टिफिशल चीजें होती हैं, जिन्हें लंबे समय तक नहीं खाना चाहिए.