स्ट्रोक के लक्षण दिखते ही मरीज की तुरंत करें मदद कर सकती है उसकी जान।
आजकल भारत में स्ट्रोक की वजह से काफी मोटे हो रही है स्ट्रोक का अटैक आने से स्ट्रोक का अटैक आने से व्यक्ति के मस्तिष्क में नस फट जाती है या नस ब्लॉकेज हो जाती है उन वर्षों तक खून नहीं पहुंच पाता इस कारण से उनकी मौत हो जाती है हम एक कमरे में चले जाते हैं।
आज इस आर्टिकल में मैं आपको यही बताने वाली है कि स्ट्रोक का अटैक आने के बाद आप मरीज की किस प्रकार से मदद कर सकते हैं जिससे उसकी जान बच सकें।
स्ट्रोक अटैक आने का सबसे पहला लक्ष्य यह होता है कि मरीज अपना संतुलन भी नहीं बना पाता और मैं बैठे बैठे या खड़े खड़े अचानक से गिर जाता है चक्कर आने लगते हैं।
ऐसी स्थिति में सबसे पहले तो आप उस व्यक्ति को उठाएं और उससे कुछ सवाल जवाब करें वह बोलने की स्थिति में होगा तो आप तुरंत ही उसे अस्पताल ले जाएं उसका एक साइड से चेहरा आएगा तो उसका चेहरा फिर से उसी स्थिति में आ जाएगा।
स्ट्रोक आने के बाद व्यक्ति को अचानक से आंखों के सामने धुंधलापन आ जाता है और उसे देखना भी बंद हो जाता है ऐसी स्थिति में आप मरीज को डॉक्टर के पास लेकर जाए।
स्ट्रोक अटैक आने के बाद ज्यादातर व्यक्ति के शरीर का एक भाग लकवा ग्रस्त हो जाता है।
इसके अलावा यदि मरीज में कुछ ऐसा लक्षण दिखे तो आप तुरंत ही उसे अस्पताल ले जाए उस समय को भी नोट करने से व्यक्ति में ऐसा लक्षण पहली बार देखा था ऐसे में डॉक्टरों को अपना इलाज करने में मदद मिलेगी।