हमारे समाज में बहुत से लोगों का ऐसा मानना है कि सास कभी मां नही बन सकती और एक बहू कभी बेटी नही बन सकती लेकिन शायद ये बातें अब झूठी पड़ती जा रही है। एक ऐसा ही केस आया एमपी से जहां लोगों ने सास को मां की जिम्मेदारी निभाते देखा और बहू को बेटी की तरह मां के आंचल में सिर रख रोते देखा।
लॉकडाउन में आपने शादियां तो कई देखी होगी लेकिन ये शादी किसी मिसाल से कम नही है। ये शादी इसलिए बाकीयों से अलग है क्योकि सास ससुर ने अपनी ही बहू की शादी करवाई। दरअसल रतलाम के काटजू नगर निवासी ने अपने इकलौते बेटे की मौत के बाद बहू को बेटी बना कर उसके जीवन को फिर से हसीन बना दिया।
समाज में ये चित्र पहली बार ही किसी ने देखा होगा जहां सास ससुर ने मां बाप की तरह विधवा बहू के हाथ पीले कर उसके जीवन में फिर ये सुहाग का रंग भर दिया। दरअसल बेटे मोहित की मौत 3 साल पहले कैंसर की वजह से हुई। 3 साल तक बहू सोनम ने अपने पति की बिना कुछ सोचे दिन रात सेवा की लेकिन मोहित की मौत के बाद बहू सास ससुर के साथ ही रहने लगी। इसी बीच सोनम की जिंदगी में एक बार फिर रंग भरा उसकी सास ने और उसका रिश्ता पक्का करवा दिया।
सास ससुर ने बहू सोनम को अपनी बेटी की तरह विदा किया। इस मौके पर जैसे माता पिता अपनी बेटी को विदा कर रोते हैं वैसे ही सोनम के सास ससुर भी वैसे ही रोते दिखे।