अर्थराइटिस के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवा कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों को राहत दे सकती है। इटली में हुए एक लघु शोध अध्ययन में दावा किया गया है कि अर्थराइटिस की एक दवा कोरोना के मरीजों को होने वाली सांस की तकलीफ में राहत पहुंचा सकती है। साथ ही यह फेफड़ों की सूजन कम कर सकती है। शोध में दावा है कि अर्थराइटिस की दवा से कोरोना संक्रमित मरीज अच्छे हो सकते हैं। हालांकि विशेषज्ञों की चेतावनी है कि कोरोना मरीजों पर इस दवा के प्रभावों को अभी साबित नहीं किया जा गया है।
शोधकर्ताओं ने पाया कि 70 फीसदी से ज्यादा मरीजों को अनाकिनरा नाम की दवा से सांस की तकलीफों में काफी आराम मिला। यही नहीं उनके फेफड़ों के सूजन में भी कमी आई। इटली के मिलान स्थित सैन रफाले अस्पताल ने अपने अध्ययन में बताया है कि कोरोना संक्रमण में ये दवा काम कर रहे हैं, लेकिन इसके चिकित्सा प्रभावों को जानने के लिए नियंत्रित ट्रायल होने जरूरी हैं।
वैज्ञानिक फिलहाल मौजूद दवाइयों और प्रयोगात्मक तौर पर हुए इस परीक्षण से आशा कर रहे हैं कि इस महामारी को कम किया जा सके। सैन रफाले अस्पताल के इम्युनोलॉजी एलर्जी विभाग के प्रमुख डॉ. डगना के मुताबिक, जब तक कोरोना की वैक्सीन नहीं आ जाती, तब तक हमलोगों को कोविड-19 बीमारी से बचाने के लिए उपाय सोचने होंगे। एक ऐसा एक ऐसा इलाज, जिसके पहले से ही कई सेफ्टी टेस्ट हो चुके हों और वह महामारी से निपटने के लिए पर्याप्त आपूर्ति में उपलब्ध हो ऐसा ही इलाज सही होता है।
मालूम हो कि कोरोना वायरस संक्रमण के इलाज के लिए दुनियाभर में रिसर्च हो रहे हैं। इसकी दवा और वैक्सीन को लेकर दुनिया के कई देशों में हो रहे रिसर्च के सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे हैं। हालांकि अबतक जनसामान्य के प्रयोग के लिए कोई दवा या वैक्सीन उपलब्ध नहीं हो पाई है, लेकिन उम्मीद है कि जल्द ही उपलब्ध होगी।