उदयपुर, राजस्थान सरकार के राज्य के बॉर्डर सील करने और प्रवासी लोगों के प्रवेश को पूरी तरह निषेध करने के बाद बॉर्डर पर करीब हजारों लोग लोग महाराष्ट्र-गुजरात बॉर्डर और गुजरात-राजस्थान बॉर्डर पर खड़े हैं. लोग बॉर्डर पर पुलिस से उलझ रहे हैं कि जब उनके पास राज्य में आने का पास है, तो उन्हें प्रवेश क्यों नहीं दिया जा रहा है.
इधर पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट कर दिया है कि जिन लोगों के 7 मई को पास जारी हुए हैं, उन्हें प्रवेश नहीं दिया जा रहा है. सिर्फ मेडिकल इमरजेंसी या किसी के घर में कोई मौत होने की स्थिति में ही आने वाले लोगों को प्रवेश दिया जा रहा है.
आचानक से स्टेट बॉर्डर सील करने से हम परिवार-बच्चों के साथ बॉर्डर पर खड़े हैं : प्रवासी लोग
इधर महाराष्ट्र से गुजरात होते हुए राजस्थान आने वाले लोगों को भी बॉर्डर पर रोक दिया गया है. गुजरात-महाराष्ट्र बॉर्डर पर लोगों को बताया गया है कि राजस्थान में बॉर्डर सील है, इसलिए गुजरात में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा. वे महाराष्ट्र लौट जाएं. इधर गुजरात के जिला प्रशासन ने भी राजस्थान जाने वाले प्रवासियों के लिए पास जारी करने बंद कर दिए हैं. गुजरात के जिला कलेक्टरों ने आदेश जारी किए हैं कि पहले प्रवासी राजस्थान में प्रवेश के लिए वहां की सरकार से ई-अनुमति प्राप्त करे, उसके बाद ही गुजरात से उन्हें राजस्थान जाने के लिए पास जारी किया जाएगा.
गहलोत सरकार के इस निर्णय का बॉर्डर पर खड़े लोग विरोध कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि जब एक राज्य ने पास जारी कर दिया है तो उन्हें राज्य में प्रवेश क्यों नहीं दिया जा रहा है. आचानक से स्टेट बॉर्डर सील कर देने से हम परिवार बच्चों के साथ बॉर्डर पर खड़े हैं.