राजस्थान की राजधानी जयपुर के बाद इस शहर में भी प्लाज्मा शैरेपी शुरू

- जयपुर के बाद जोधपुर में प्लाज्मा थैरेपी से इलाज की मिली अनुमति।

नेशनल दुनिया, जयपुर।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. रघु शर्मा ने बताया कि आईसीएमआर ने जयपुर के बाद जोधपुर के राजकीय मेडिकल काॅलेज को कोरोना से संक्रमित और गंभीर रूप से पीड़ित लोगों का प्लाज्मा थैरेपी से इलाज करने के ट्रायल की अनुमति दी है।
अब प्रदेश में दो सरकारी और एक निजी चिकित्सा संस्थानों में प्लाज्मा थैरेपी के जरिए इलाज करवाया जा सकेगा।
डाॅ. शर्मा ने बताया कि कोटा, बीकानेर, अजमेर और उदयपुर मेडिकल काॅलेज को आईसीएमआर से ट्रायल की अनुमति लेने के निर्देश दिए हैं, ताकि प्रदेश के ज्यादा से ज्यादा मेडिकल काॅलेजों में प्लाज्मा थैरेपी की सुविधा को विकसित किया जा सके।
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इस थैरेपी के द्वारा इलाज से प्रदेश में कोरोना से होनी वाली मृत्यु दर पर कमी लाई जा सकेगी। गौरतलब है कि प्रदेश में कोरोना की मृत्युदर महज 2.79 प्रतिशत है।
वर्तमान में 1475 एक्टिव कोरोना पाॅजीटिव मरीज उन्होंने बताया कि शुक्रवार को 2 बजे तक प्रदेश में 3491 मरीजों को कोरोना पाॅजीटिव चिन्हित हुए हैं।
इनमें से 1916 मरीज पाॅजीटिव से नेगेटिव हो गए हैं, जबकि 1620 को तो अस्पताल से भी डिस्चार्ज कर दिया गया है।
प्रदेश में बेहतरीन चिकित्सकीय प्रबंधन, सुविधाओं और चिकित्सकों की मेहनत से मरीज तेजी से रिकवर हो रहे हैं।
उन्होंने बताया कि कोरोना पर विजय का यह शुभ संकेत भी है। वर्तमान में प्रदेश में केवल 1475 एक्टिव कोरोना पाॅजीटिव मरीज हैं।
इनमें से भी ज्यादातर मरीज बेहतर स्थिति में हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अब तक 1.50 लाख से ज्यादा लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं।
एसएमएस अस्पताल से कोविड मरीजों को किया जा सकता शिफ्ट चिकित्सा मंत्री ने कहा कि जयपुरिया के कोरोना मरीजों को आरयूएचएस और निम्स अस्पताल में शिफ्ट किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि एसएमएस की ओपीडी में 179 कोविड मरीज हैं, उनमें से 94 संदिग्ध हैं शेष ही पाॅजीटिव हैं।
उन्होंने बताया कि एसएमएस अस्पताल के मरीजों को अन्य जगह पर शिफ्ट करने की योजना के लिए उच्चाधिकारियों को निर्देश दिए हैं, ताकि सामान्य बीमारियों के लिए अस्पताल का इस्तेमाल किया जा सके और उन्हें यहां सभी सुविधाएं पहले की तरह मिलती रहे।

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