दुनियाभर में हाहाकार मचाने वाली कोरोना वायरस की बीमारी डॉक्टरों और वैज्ञानिकों को लगातार हैरान कर रही हैं। क्योंकि लगातार इसके लक्षणों में लगातार बदलाव देखा जा रहा हैं। ऐसे में जब भी किसी को कोई शारीरिक परेशानी होती हैं तो वह सोचता हैं कि कहीं यह कोरोना का लक्षण तो नहीं हैं। ऐसे में कई लोगों को कान दर्द से जुड़े सवाल हैं कि क्या यह भी कोरोना का लक्षण हैं। ऐसे में वैज्ञानिकों के मुताबिक, सिर्फ कान दर्द का कोरोना संक्रमण से कोई कनेक्शन नहीं हैं, लेकिन यदि कान दर्द के साथ बुखार और सर्दी-जुकाम है तो ध्यान देने की जरूरत है।वैज्ञानिकों के अनुसार कान दर्द के कई कारण हो सकते है जैसे - जबड़े में गठिया, कान में इंफेक्शन, कोई चोट या कान में कोई चीज फंस जाना, दांत का दर्द, कान में पानी चला जाना, कान के परदे में छेद, गले में दर्द। सर्दी-जुकाम में भी कान दर्द करने लगता है। सर्दी-जुकाम (Cough and Cold) और गले का दर्द कोरोना वायरस (Coronavirus) के लक्षण भी हैं, इसलिए यदि इन दो लक्षणों के साथ कान दर्द हो रहा है तो इसे हल्के में न लें। डॉक्टरों का कहना है कि आज कोरोना वायरस के किसी लक्षण को हल्के में नहीं लिया जा सकता है। यदि कान दर्द के साथ बुखार भी है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
ब्रिटेन में नेशनल हेल्थ सर्विस ने लोगों को सलाह दी है कि केवल कान दर्द हो रहा है तो चिंता न करें। इससे निजात पाने के लिए दवाएं जरूर ले सकते हैं। भारतीय चिकित्सा पद्धति में भी कान दर्द के कई घरेलू इलाज बताए गए हैं। इनमें शामिल हैं - अदरक और लहसुन से इलाज करना। जैतून का तेल कान में डालने से इंस्टेंट आराम मिलता है। नमक अथवा गर्म पानी की सिकाई भी जांचा-परखा इलाज है। इसके अलावा पुदीने की पत्तियों का रस निकालकर दो बूंद कान में डालने से तुरंत आराम मिलता है।
सबसे पहले बताया गया कि सर्दी तथा जुकाम के साथ ही तेज बुखार और सांस फूलना कोरोना वायरस के सामान्य लक्षण हैं। इसके बाद कुछ मरीजों के एक्सपीरियंस के आधार पर बताया गया कि सूंघने और स्वाद महसूस करने की क्षमता खोना भी इसका एक लक्षण है। फिर ईरान व अन्य देशों से पता चला कि आंखों में दर्द और जलन भी एक लक्षण है। इसके बाद इटली और स्पेन से जारी हुई हालिया रिपोर्ट में बताया गया कि कोरोना वायरस से ठीक पहले पैरों पर खास तरह के निशान बनते हैं। यदि इन निशानों को समय रहते पहचान लिया जाए तो कोरोना वायरस का इलाज संभव है। वहीं बड़ी संख्या में मरीज ऐसे भी आए हैं, जिनमें कोई भी लक्षण नजर नहीं आया है।