इन कारणो की वजह से आपको होती है चीजों को भूलने की आदत

चीजों को भूलने की आदत कई बार बहुत कठिनाई करती है. कभी-कभार सामान रखकर भूलना, कोई बात दिमाग से उतर जाना या कुछ कार्य करके जरा भी उसके करने का इल्म न होना सामान्य है.

लेकिन यह बातें लगातार व बार-बार हो रही हों तो निर्बल याद्दाश्त की निशानी है. एकाग्रता की कमी ही मुख्य कारण होती है भूलने का. दिमाग में रिकॉल करने की प्रक्रिया के लिए जिन पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है, वो नहीं मिल पाते हैं तो उनकी शरीर में कमी हो जाती है.www.myupchar.com से जुड़े एम्स के डाक्टर नबी वली का बोलना है कि बेकार याद्दाश्त कई तरह से प्रभावित करती है. इसकी वजह स्वस्थ भोजन की कमी भी हो सकती है. दिमाग के लिए ज्यादा भारी खाना या ज्यादा शर्करा अच्छी नहीं होती है. उसमें भी अगर खूब मसालेदार भोजन या तली चीजें ज्यादा खा रहे हैं तो इससे याद्दाश्त पर प्रभाव पड़ेगा. प्रतिदिन के खानपान में विटामिन बी 1 व बी 2 की कमी दिमाग की स्वास्थ्य पर प्रभाव डालती है. वैसे तो आयु भी इसकी एक वजह हो सकती है, लेकिन महत्वपूर्ण नहीं है कि बढ़ती आयु के साथ भूलने की बीमारी हो ही या याद्दाश्त निर्बल हो जाए. दिमाग की कोशिकाएं ही मेमोरी के लिए जिम्मेदार होती हैं. इसके आयु के साथ निर्बल होने से यह स्थिति पैदा होती है. ज्यादा दवाइयों का सेवन या ड्रग्स जैसी चीजों का ज्यादा प्रयोग यह स्थिति पैदा कर सकता है.अगर यह सोचते हैं कि तनाव से मेमोरी लॉस नहीं होता है, तो यह गलत है. बेकार याद्दाश्त के लिए तनाव व अवसाद प्रमुख किरदार निभा सकते हैं. नींद भी इसमें जरूरी किरदार निभाती है. नींद की कमी से भूलने की बीमारी हो सकती है. कई बार सिर पर गहरी चोट भी कम याद्दाश्त की वजह हो सकती है.
ऐसे बढ़ाएं अपनी याद्दाश्त- याद्दाश्त बुरी तरह प्रभावित न हो इसके लिए बचाव के रास्ते अपना लेने चाहिए. दिमाग तेज करने के लिए सबसे पहले खानपान सुधारे. विटामिन बी 1 व बी 2 से समृद्ध आहार शामिल करें. हरी पत्तेदार सब्जियां, घी का इस्तेमाल, दूध, बादाम, अखरोट, ब्लूबेरी, अलसी का तेल, एवोकाडो दिमाग के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है. यही नहीं याद्दाश्त सुधार के लिए योग एक बड़ा उपचार होने कि सम्भावना है. www.myupchar.com से जुड़ीं डाक्टर पल्लवी धवन का बोलना है कि अच्छे विचारों को बढ़ाने में योग मदद करता है. याद्दाश्त बढ़ाने के लिए सूर्य नमस्कार करें. यह विभिन्न आसनों का मेल है, जो शरीर के विभिन्न अंगों व ग्रंथियों को प्रभावित करता है. इससे तनाव में भी राहत मिलती है, एकाग्रता बढ़ती है जिसके साथ ही दिमाग के लिए सकारात्मक असर पैदा करता है.भरपूर नींद इसमें बहुत बड़ी किरदार निभाती है. अच्छी नींद सारे दिन की घटनाओं को दिमाग में सहेजकर रखने में मदद करती है. इतना ही नहीं दिमाग से संबंधित खेल भी खेल सकते हैं जो कि मस्तिष्क की योग्यता बढ़ाने में मदद करते हैं. इसमें कोई पहेली, गणित के सवाल, वीडियो गेम भी शामिल हो सकते हैं. बेहतर होगा कि अत्यधिक शराब या ड्रग्स आदि का सेवन न करें, क्योंकि यह हर तरह से निगेटिव असर डालते हैं.

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