-सभी के प्रयासों से कोरोना मुक्त हुआ नेशनल दुनिया, झुंझुनू। राजस्थान का झुंझुनू जिला आज सुबह कोरोना मुक्त हो चुका है। जिले में मिले कोरोना पॉजिटिव के सभी 42 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है।
अंतिम दो पाजिटिव लागों की रिपोर्ट नेगेटिव आने से उनको भी भगवानदास खेतान अस्पताल के कोरोना वार्ड से क्वॉरंटीन सेंटर भेज दिया गया है।
आज सुबह जिला कलेक्टर उमरदीन खान की मौजूदगी में भगवानदास खेतान अस्पताल से कोरोना पॉजिटिव से स्वस्थ हुये अंतिम दोनों लागों को बरसात की फुहारों में पुष्प वर्षा करते हुये बैंड की धुन के साथ पूरे अस्पताल स्टाफ व प्रशासनिक अधिकारियों ने ताली बजाकर विदा किया।
जिले के सभी कोरोना पॉजिटिव मरीजों के स्वस्थ होने पर जिला प्रशासन सहित पूरे जिले के लागों ने राहत की सांस ली है।
एक समय झुंझुनू जिला कोरोना संक्रमण की दृष्टि से हॉटस्पॉट बन चुका था। मगर जिला कलेक्टर उमरदीन खान के कुशल नेतृत्व के चलते आज जिला कोरोना मुक्त हो चुका है।
इसके लिए उन्हें व उनकी टीम को बधाइयां। जिले में सर्वप्रथम इटली से आये तीन लोगों में कोरोना पॉजिटिव पाया गया था।
जिला कलेक्टर ने उसी वक्त झुंझुनू शहर के उस क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया तथा सभी विभागों के लागों को सक्रिय कर दिया था।
उसी समय जयपुर से डॉक्टर प्रतापसिंह दूतड़ को जिले में चिकित्सा व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए झुंझुनू भेजा गया।
जिन्होंने जिले में आते ही चिकित्सा विभाग की टीम को कोरोना से मुकाबला करने के लिए तैयार किया।
एक समय तो जिले में कोरोना मरीजों की संख्या में अचानक ही भारी बढ़ोत्तरी देखी गई तथा जिले के गुढ़ागोड़जी कस्बे में एक ही क्षेत्र में 13 कोरोना पॉजिटिव मिलने से कोरोना संक्रमण फैलने की संभावना व्यक्त की जाने लगी थी।
मगर डा दूतड़ ने उस पूरे क्षेत्र में घर-घर सर्वे करवाया, वहां हाइड्रोक्लोराइड दवा का छिड़काव करवाया तथा कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आए लोगों को क्वारंटीन में भेजकर उनकी सैंपलिंग करवायी।
जिस कारण वहां बन रही कोरोना की चैन को तोड़ा जा सका। जिले में करीबन 13 अलग-अलग स्थानों पर कोरोना पॉजीटिव केस मिलने से बहुत सी जगह लंबे समय तक कर्फ्यू भी लगाया गया।
जिसके सुखद नतीजे भी देखने को मिले। कर्फ्यू लगने से उस स्थान पर कोरोना संक्रमण नियंत्रित हो पाया।
वर्तमान में झुंझुनू जिला कोरोना मुक्त है इसके लिए हम जिला कलेक्टर उमरदीन खान, जिला पुलिस अधीक्षक जगदीश चंद्र शर्मा, सीएमएचओ डॉ प्रताप सिंह दूतड़, डॉक्टर छोटे लाल गुर्जर, पीएमओ डॉ शुभकरण कॉलेर का अभिनंदन करते हैं।
इसके साथ ही जिले में कोरोना से मुकाबला करने में लगे जिला प्रशासन के सभी अधिकारी व कर्मचारी, पुलिस बल के सभी अधिकारी व कर्मचारी, चिकित्सा विभाग के सभी अधिकारी व कर्मचारी, सभी स्वच्छता सेनानियों का भी बारंबार अभिनंदन करते हैं जिन्होंने कोरोना को हराने में मुख्य भूमिका निभाई।
जिले में पंचायती राज, नगरीय विकास, विद्युत, जलदाय सहित आवश्यक सेवाओं से जुड़े सभी विभाग, बैंकर्स, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, पूर्व सैनिक, एनसीसी कैडेट्स, स्काउट, गाइड, पत्रकार, समाजसेवी, स्थानीय व प्रवासी भामाशाहों जिन्होंने इस संकट की घड़ी में दिल खोलकर जरूरतमंद लोगों की मदद की उन सब का भी अभिनंदन किए जाने से उनसे प्रेरित होकर अन्य लोग भी आगे आकर जरुरत में शासन प्रशासन व आम लोगों की मदद करेंगे।
राजस्थान में झुंझुनू पहला ऐसा जिला है जहां मेडिकल कॉलेज नहीं होने के बावजूद भी कोरोना संक्रमित रोगियों का उपचार किया जा रहा है।
इसका पूरा श्रेय राजकीय भगवानदास खेतान अस्पताल के पीएमओ डॉ शुभकरण कालेर व उनकी पूरी टीम को है।
जिन्होंने अस्पताल में कोरोना से संक्रमित लोगों के उपचार के लिए अलग से वार्ड बनवाया। जिस कारण झुंझुनू में ही कई कोरोना से संक्रमित लोगों का उपचार किया जाकर उनको स्वस्थ कर अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
ऐसी अच्छे कार्य के लिए डॉक्टर शुभकरण कालेर सहित भगवानदास अस्पताल का पूरा स्टाफ बधाई का पात्र है जिन्होंने असंभव को संभव कर दिखाया।
झुंझुनू के भगवानदास खेतान अस्पताल में कोरोना जांच के लिए लेबोरेटरी बनाई जानी थी जिसका कुछ सामान भी आ चुका है, मगर वह अभी तक चालू नहीं हो पाई है।
जिले में लेबोरेटरी चालू हो जाए तो कोरोना के संभावित मरीजों की जांच रिपोर्ट तुरंत मिलने लग जाएगी जिससे लोगों को काफी लाभ होगा। इसके लिए जिला प्रशासन व जिले के विधायकों को विशेष प्रयास करने चाहिए।
जिला कोरोना मुक्त होने पर एक बार फिर मैं जिला कलेक्टर उमरदीन खान का आभार व्यक्त करता हूं।
जिन्होंने जिले भर में लगातार दौरे कर हर क्षेत्र की वास्तविकता को जाना और वहां व्याप्त परेशानियों को दूर करवाने के प्रयास किए।
उनके साथ जिले में काम कर रहे सभी प्रशासनिक अधिकारी व बाहर से लगाए गए राजस्थान प्रशासनिक सेवा के उन अधिकारियों का भी अभिनंदन करता हूं, जिन्होंने झुंझुनू में आते ही जिला प्रशासन के साथ मिलकर जिले को कोरोना मुक्त करने में बड़ी भूमिका निभायी।
हालांकि, अभी कोरोना संक्रमण समाप्त नहीं हुआ है। जिले के चिड़ावा कस्बे में भी कई लोगों के सैंपल जांच के लिए गए हुए हैं।
कोरोना कभी भी, कहीं भी, किसी भी माध्यम से लौट सकता है। ऐसे में हमें किसी भी तरह की लापरवाही नहीं करते हुए पूरी सावधानी बरतनी चाहिये।
तभी हम कोरोना जैसी वैश्विक महामारी को हरा पाने में सफल हो पायेगें।