प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को अपनी डाइट व हेल्थ से लेकर हर छोटी-बड़ी बात का ख्याल रखना पड़ता है। वहीं महिलाएं डिलीवरी डेट को लेकर भी गर्भावस्था के आखिरी महीने में तैयारियां शुरू कर देती हैं। लेकिन अगर आपकी डिलीवरी डेट लॉकडाउन में है तो आपकी मुश्किलें बढ़ सकती है। जाहिर सी बात है कि आपको इस बात की चिंता अधिक होगी मगर, परेशान ना हो क्योंकि कुछ बातें का ध्यान रखकर आाप लॉकडाउन में भी अपनी डिलीवरी डेट को आसान बना सकते हैं।
डिलीवरी प्लान न बदलें
कोरोना वायरस की वजह से हॉस्पिटल में इन बात का ध्यान रखा जा रहा है कि गर्भवती महिलाओं को दूसरे मरीजों से अलग रखा जाए। ऐसे में महामारी के चलते घर पर प्रसव के बारे में ना सोचें क्योंकि इसके लिए लंबे समय की जरूरत होती है और लॉकडाउन के चलते फिलहाल सुविधाएं बहुत कम है।
वैक्सीन समय पर करवाएं
लॉकडाउन है यह सोचकर अपनी डेली रूटीन चेकअप मिस ना करें। सभी वैक्सीन समय पर लगवाएं। हालांकि घर से बाहर जाते समय मुंह पर मास्क, हाथों में ग्लव्स पहनें और सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखें। शिशु के जन्म के बाद भी उन्हें वैक्सीन लगवाते रहें।
शिशु को कैसे हाथ लगाएं?
भले ही आप स्वस्थ हो लेकिन इस महामारी के समय रिस्क लेना सही नहीं है इसलिए बेबी को छूने से पहले हाथों को अच्छी तरह से धोएं। मास्क पहनें और बच्चे के चेहरे को बार ना छूएं। स्तनपान करवाते समय साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें। याद रखें कि शिशु की सुरक्षा आपकी सबसे पहली जिम्मेदारी है।
दूध पिलाते समय
अगर आप कोरोना पॉजिटिव हैं तो आप ब्रेस्ट पंप की मदद से अपने शिशु को दूध पिलाएं। अपने पति या नर्स से आप शिशु को बोतल से दूध पिलाने के लिए कह सकती हैं।
दोस्तों और रिश्तेदारों से दूर रहें
जाहिर सी बात है कि आपके मां बनने की खुशी रिश्तेदारों को भी होगी लेकिन किसी बेहतर होगा कि फिलहाल उन्हें मिलने के लिए न बुलाएं। मां और बच्चे की सेहत के लिए बेहतर होगा कि दोस्तों व रिश्तेदारों से थोड़ी दूरी बनाकर रखें।
एग्जायटी से बचें
प्रेगनेंसी में तनाव ना लें क्योंकि इससे शिशु के ऊपर बुरा असर पड़ सकता है। वहीं, लेबर पेन के लिए अपने दिमाग को शांत रखने की कोशिश करें। इसके लिए ध्यान करें और ऐसे कामों में मन लगाएं जिन्हें करने से आपको खुशी मिलती हो।
आप डिलीवरी डेट को तो रोक नहीं सकतीं लेकिन एहतियात बरतकर डिलीवरी को आसान और सुरक्षित बना सकती हैं ताकि जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ रहें।