Mother's Day 2020: लॉकडाउन में घर में ऐसे करें मां को विश, जानें मदर्स डे का इतिहास

Mother Day: मां नाम जुबान पर आते हैं मन और मतिष्क में मातृत्व और करुणा से भरा वो चेहरा नजरों के सामने आ जाता है जिसे हम सब मां कहते हैं. 1912 में मदर्स डे की शुरूआत अमेरिका से हुई. एना जार्विस एक प्रतिष्ठित अमेरिकन एक्टिविस्ट थीं. जो अपनी मां से बेहद प्यार करती थीं. उन्होंने कभी शादी नहीं की. उनकी कोई संतान भी नहीं थी. मां की मौत होने के बाद प्यार जताने के लिए उन्होंने इस दिन की शुरुआत की. जिसे बाद में 10 मई को पूरी दुनिया में मनाने की परंपरा शुरू हुई.

भारत समेत कई देशों में मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है. मदर्स डे पर हर बेटा अपनी मां को तरह तरह के उपहार व सरप्राइज देकर विश करते हैं और आर्शीवाद लेते हैं.
लॉकडाउन में ऐसे मनाएं मदर्स डे कोरोना वायरस के चलते पूरे देश में लॉकडाउन घोषित है. देश में लॉकडाउन का तीसरा चरण चल रहा है. ऐसे में लोग घरों में रहकर कोरोना वायरस से लड़ाई लड़ रहे हैं. 10 मई को घर में रहकर मां के साथ इस दिन को यादगार बनाएं. यह पूरा दिन मां के नाम समर्पित करें और घर के सभी लोग इस दिन को जश्न के तौर पर मनाएं. कुछ लोगों ने तो इसकी तैयारी भी की है. लोगों ने अभी से केक के लिए भी ऑडर कर दिया है. लॉकडाउन में मदर्स डे को एक यादगार दिन के तौर पर मनाने के लिए लोगों ने खास तरह से घरों के भीतर रहकर तैयारियां की हैं.
मां के लिए शुभकामना संदेश
" इस बात से अभी तक कई इंसान अनजान है. मां सिर्फ मां नहीं एक वरदान है. " -
" ऊपर जिसका अंत नहीं उसे आसमां कहते हैं. जहां में जिसका अंत नहीं उसे माँ कहते हैं. " -
" जन्नत का एक टुकड़ा जमीन पर भी है. जो मेरी माँ के क़दमों में है. " -
" रुके तो चांद जैसी है, चले तो हवाओं जैसी है, वो माँ ही है, जो धुप में भी छाँव जैसी है। " -
" हर रिश्ते में मिलावट देखी कच्चे रंगों की सजावट देखी लेकिन सालो साल देखा है माँ को उसके चेहरे पर न थकावट देखी ना ममता में मिलावट देखी " -
10 मई को है ‏Mother's Day, जानें मां को खुश करने के लिए क्या-क्या तोहफे दे सकते हैं

अन्य समाचार