रोहतास। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों ने जहां लोगों की चिता बढाई है वहीं स्वास्थ्य विभाग के साथ आइसीडीएस के सामने भी सेवाओं को सुचारू रखने की चुनौती पेश की है । इसको लेकर प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना(पीएमएमवीवाइ) व मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत सभी पात्र लाभुकों को पंजीकृत करने का कार्य पुन: शुरू करने का निर्देश आइसीडीएस ने जारी किया है।
आइसीडीएस की जिला कार्यक्रम पदाधिकारी कुमारी सुनीता ने बताया कि पोषाहार, डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर का लाभ लाभुकों तक पहुंचाने के लिए महिला पर्यवेक्षक व आंगनबाड़ी सेविका द्वारा गृह भ्रमण किया जा रहा है । उन्हें सभी लाभुकों के पंजीकरण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना व मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत लंबित लाभुकों एवं नए पात्र लाभुकों को भी पंजीकृत किए जाने की जरूरत है ताकि अधिक से अधिक योग्य लाभुकों को योजना का लाभ मिल सके। कहा कि मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत बालिकाओं को लाभ पहुंचाकर प्रोत्साहित किया जाता है, जिसमें आइसीडीएस की तरफ से 0 से 2 वर्ष तक की प्रथम दो कन्या को लाभ दी जाती है। वहीं संस्थागत प्रसव में इजाफा एवं गर्भवती महिलाओं को विशेष सुविधा मुहैया कराने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना के तहत प्रथम बार मां बनने वाली माताओं को पांच हजार रुपये की सहायता दी जाती है । इस योजना के तहत दी जाने वाली धनराशि को तीन किस्तों में दी जाती है । जब गर्भवती महिला पांच माह के अंदर गर्भावस्था का पंजीकरण कराती है तब एक हजार रुपये, गर्भावस्था के छह माह पूरा होने के बाद दो हजार व बच्चे के जन्म पंजीकरण के उपरांत एवं प्रथम चक्र का टीकाकरण पूर्ण होने के बाद दो हजार रुपये दिया जाता है।
शिक्षकों के वेतनवृद्धि पर कोरोना की मार, काम पर लौटने की अपील यह भी पढ़ें
Posted By: Jagran
डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस