देश में कोरोनावायरस के सबसे ज्यादा मुद्दे युवाओं व सबसे कम बुजुर्गोँ में सामने आए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव लवअग्रवाल की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, अब तक मिले संक्रमितों में 42% की आयु 21 से 40 वर्ष है, जबकि 33% मरीज 41 से 60उम्र के बीच हैं. 60 वर्ष से ऊपर के 17% मरीज हैं. 0 से 20 वर्ष के बीच सिर्फ 9% मुद्दे देखे गए हैं. देश में अब तक कोरोनावायरस के2902 पॉजिटिव मुद्दे सामने आए हैं. इनमें से 30% तब्लीगी जमात के मरकज से लौटे लोगों की वजह से फैले हैं.
युवा सबसे ज्यादा प्रभावित
पिछले कुछ समय से सोशल मीडिया पर युवाओ में कोरोना का अधिक प्रभाव न होने की अफ़वाह फैलाई जा रही थी. जिस पर दुनिया स्वास्थ्यसंगठन (डब्ल्यूएचओ) ने अपना बयान जारी किया गया था. डब्ल्यूएचओ टेड्रोस गेब्रियेसस ने अमेरिका में सामने आए कोरोना के मामलों काहवाला देते हुए युवाओं को सावधानी बरतने की सलाह थी. आंकड़ों के मुताबिक, युवाओं में भी कोरोना के मुद्दे कम नहीं हैं लेकिन वायरस को लेकर सभी आयु वर्ग के लोगों को सावधान रहने की जरूरतहै.
अमेरिका में कोरोनाट्रेंड हिंदुस्तान के उलट
भारत में 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों में कोरोना के 17 प्रतिशत मुद्दे मिले हैं लेकिन अमेरिका में ये ट्रेंड उल्टा है. सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन से जारी आंकड़ों के मुताबिक, कोरोना से संक्रमण व मौत, दोनों के ही मुद्दे बुजुर्गों में ज्यादा हैं.सीडीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में कोरोना संक्रमण से 80 प्रतिशत से ज्यादा मृत्यु उनकी हुई हैं जिनकी आयु 65 वर्ष से अधिक थी. कोरोना का सबसे ज्यादा खतरा 65 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों को है. यही ट्रेंड चाइना व साउथ कोरिया में भी देखा गया है. मार्च के मध्य में जारी रिपोर्ट के अनुसार, 20 से 44 वर्ष की आयु में कोरोना संक्रमण के 705 मुद्दे सामने आए थे,जबकि 65 वर्ष से अधिक आयु वालों में यही आंकड़ा 763 था.