सौंफ का इस्तेमाल खाना बनाने में कई तरह से स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है इतना ही नहीं साथ ही यह कई हेल्थ प्रॉब्लम्स से भी राहत दिलाता है। जी हां, सौंफ डायजेशन बढ़ाने का काम करती है।
इसीलिए, भारतीय परिवारों में खाना खाने के बाद सौंफ चबाने की परम्परा है।) प्रेगनेंसी में मॉर्निंग सिकनेस और एसिडिटी जैसी परेशाानियों से राहत के लिए भी महिलाएं सौंफ चबाती हैं। बिहार सेहत और डिजेस्टिव सिस्टम के लिए इसके कई फायदे है और आज हम आपके साथ शेयर करने जा रहे है इसके बारे में , तो देर किस बात की है आइये जानते है इसके बारे में
डायजेशनकमज़ोर पाचन शक्ति कब्ज़, बेचैनी और पेट में भारीपन जैसी परेशानियां होने लगती हैं। इनसे राहत के लिए सौंफ चबाना चाहिए। सौंफ पाचन शक्ति बढ़ाता है। जिससे, कॉन्स्टिपेशन की स्थिति से बचने में मदद होती है।
लो-कोलेस्ट्रॉल लेवलइनमें फाइबर भी होता है। जिससे, खून में कोलेस्ट्रॉल का लेवल सही रखने में मदद होती है। कोलेस्ट्रॉल लेवल का सही रहना, दिल के मरीज़ों के लिए बहुत आवश्यक है। इससे, दिल से जुड़ी बीमारियों के लक्षण कम होते हैं। साथ ही इससे, ब्लड सर्कुलेशन भी सही रहता है।
न्यूट्रिशन्सखाने के बाद सौंफ चबाने से भोजन मौजूद पोषक तत्वों का पूरा फायदा पाने में सहायता होती है। यह शरीर को पोषक तत्वों के अवशोषण में मदद करता है। इसका अर्थ है कि शरीर को डायट का फायदा पाने में सहायता करते हैं सौंफ के दाने।
ब्लोटिंगपेट की गैस और पेट फूलने की समस्या से राहत पाने के लिए सौंफ चबाने से फायदा होता है। इसका एक फायदा यह भी है कि यह हर उम्र के लोगों के लिए सेवन के लिहाज से सुरक्षित है।