कोरोना के इलाज़ के लिए ऑस्ट्रेलिया की नेशनल साइंस एजेंसी के शोधकर्ताओं ने...
नई दिल्लीः कोरोना के इलाज़ के लिए ऑस्ट्रेलिया की नेशनल साइंस एजेंसी के शोधकर्ताओं ने दो वैक्सीन का परीक्षण शुरू कर दिया है। इसमें एक वैक्सीन को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने विकसित किया है जबकि दूसरी अमेरिकी कंपनी इनोविओ फार्मास्युटिकल्स ने तैयार की है। वैक्सीन का पहले जानवरों पर परीक्षण किया जाएगा। न्यूज एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, कॉमनवेल्थ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (सीएसआईआरओ) का कहना है कि वैक्सीन का पहला परीक्षण पूरी तरह से जानवरों पर आजमाया गया प्री-क्लिनिकल ट्रायल होगा। इसके जिलॉन्ग में ऑस्ट्रेलियन हेल्थ लेबोरेटरी (एएएचएल) में परीक्षण के पहले चरण की शुरुआत की है।
ये रहेगी प्रक्रिया, लग सकते है 18 महीने यह परीक्षण पहले फेर्रेट (गंधबिलाव- नेवले की प्रजाति का जानवर) पर किया जाएगा, ये पता करने के लिए कि दोनों टीके सुरक्षित और प्रभावी हैं या नहीं। सीएसआईआरओ के मुख्य कार्यकारी लैरी मार्शल ने कहा कि शोधकर्ता इस बीमारी से निपटने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि जानवरों पर होने वाले परीक्षण के नतीजे जून की शुरुआत में आ सकते हैं। अगर यह नतीजे सही और मानकों पर सही उतरे तो तो वैक्सीन को क्लीनिकल ट्रायल के लिए भेजा जा सकता है। इसके बाद फिर रिजल्टस चेक किए जाएंगे। सभी मापदंडों पर खरा उतरने के बाद इनको बाजार में लाने की प्रक्रिया तेज की जाएगी। हालांकि, इसमें लगभग 18 महीने यानी डेढ़ साल लग सकता है।