भारत में कोरोना वायरस के अब तक कुल 75 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है. कर्नाटक के कलबुर्गी में गुरुवार को इस जानलेवा वायरस से मौत का पहला मामला भी सामने आया है. कोरोना वायरस के लक्षण आम सर्दी-जुकाम से इतने मिलते-जुलते हैं कि दोनों में फर्क करना बड़ा मुश्किल है. हालांकि कुछ लक्षणों को बारीकी से समझने पर आपको सर्दी-जुकाम और कोरोना वायरस के बीच का अंतर साफ दिख जाएगा.
WHO की तरफ से कोरोना वायरस के जो लक्षण बताए गए हैं वो आम सर्दी-जुकाम से बहुत मिलते जुलते हैं. कोरोना वायरस की चपेट में आने के बाद रोगी को तेज बुखार आने लगता है. साथ ही उसे सूखी खांसी और जुकाम की समस्या होने लगती है. मांसपेशियों में दर्द रहता है और थकावट महसूस होने लगती है.
इस तरह के लक्षण मौसमी फ्लू और इंफेक्शन में भी देखने को मिलते हैं. इसमें भी बुखार, सूखी खांसी, मांसपेशियों में दर्द, थकान, सिरदर्द, गला दर्द जुकाम जैसी समस्याएं होती हैं. कोरोना वायरस के लक्षण 2 से 10 दिनों के बीच में दिखने शुरू होते हैं. वायरस के लक्षण देरी से दिखने की वजह से लोग बाहर से बीमार नहीं लगते हैं जिसके कारण संक्रमण लोगों में आसानी से फैल जाता है.
कोरोना वायरस में सिरदर्द, बलगम में खून और दस्त जैसी समस्याएं कम ही देखने को मिलती हैं. जबकि मौसमी फ्लू में भी दस्त या उल्टी जैसे लक्षण नहीं दिखते हैं. कोरोना वायरस में सांस लेने में तकलीफ और सेप्टिक शॉक जैसी परेशानियां होती हैं. इसके अलावा इंसान के शरीर के कई अंग एकसाथ काम करना बंद कर सकते हैं. सामान्य कोल्ड या मौसमी फ्लू में इस तरह की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ता है.
क्या है इलाज? कोरोना वायरस का अभी तक कोई टीका, दवा या इलाज उपलब्ध नहीं है. जबकि मौसमी फ्लू और सामान्य कोल्ड के लिए कई तरह वैक्सीन उपलब्ध हैं. कोराना वायरस से बचने के लिए हाइजीन बनाए रखना बहुत जरूरी है. अपने आस-पास साफ सफाई का पूरा ख्याल रखें. खांसते वक्तन टिश्यू मुंह पर रखें.