देश भर में कोरोना यानी Covid -19 की बढ़ती हुई बीमारी के बीच एक दिल को खुश कर देने वाली खबर आई है। कोरोना रोगियों के लिए केंद्र सरकार ने रैपिड टेस्ट (rapid test) को मंजूरी दे दी है। इस टेस्ट से संदिग्धों को फायद होगा और उनका इलाज समय से शुरू होगा। इस रैपिड टेस्ट से समय बचाने हुए मरीजों का तुरंत इलाज संभव हो सकेगा।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने महाराष्ट्र ने कोरोना संदिग्धों के लिए तेजी से टेस्ट करने की अनुमति दी है। इस टेस्ट के तहत कोरोना संदिग्धों के रक्त के नमूने लेने के बाद, 5 मिनट के भीतर ही यह पता चल जाएगा कि संबंधित व्यक्ति कोरोना संक्रमित है या नही। अगर व्यक्ति का रिपोर्ट पॉजिटिव आता है तो
उसका इलाज तत्काल शुरू कर दिया जाएगा। जिससे उसके ठीक होने की संभावना बढ़ जाएगी और बीमारी को फैलने से भी रोका जा सकेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार दोपहर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देश के सभी मुख्यमंत्रियों और स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बातचीत की। स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे भी इस बैठक में शामिल हुए। बाद में, मीडिया को संबोधित करते हुए टोपे ने कहा, कोरोना को रोकने के लिए राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में आज प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के सामने एक समीक्षा रिपोर्ट प्रस्तुत की गई।
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राज्य में 13 सरकारी और 8 निजी प्रयोगशालाओं के माध्यम से हर दिन कोरोना के 5500 टेस्ट किए जा रहे हैं। साथ ही 3 और सरकारी प्रयोगशालाओं को मान्यता देने के बाद राज्य में सरकारी प्रयोगशालाओं की संख्या बढ़ कर 16 हो गयी।
लेकिन कोरोनों की बढ़ती संख्या के साथ और अधिक प्रयोगशालाओं की आवश्यकता होगी। इसलिए, प्रधान मंत्री ने अनुरोध किया कि राज्य में तेजी से परीक्षण की अनुमति दी जाए।