भारत में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। अभी तक की रिपोर्ट के अनुसार देश में कोरोना के मरीजों की संख्या 1397 हो गई है और यह आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। मौत के इस वायरस की चपेट में आकर अब तक 35 मरीजों ने दम तोड़ दिया है। लगभाग सभी राज्यों को चपेट में ले चुके के इस खतरनाक वायरस को 123 लोगों ने मात दी है और सही होकर घर लौट आए हैं।
कोरोना वायरस का कोई इलाज नहीं है। हालांकि डॉक्टर और वैज्ञानिक दिन-रात इसके इलाज की खोज में लगे हुए हैं। फिलहाल इससे बचने के सिर्फ एक ही तरीका है और वो है घर में रहना। क्योंकि यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल रहा है और अलग रहकर इस चेन को तोड़ना जरूरी है।
बेशक इसका इलाज नहीं है लेकिन कुछ उपाय अपनाकर काफी हद तक इससे बचा जा सकता है। ऐसा माना जा रहा है कि यह वायरस ऐसे लोगों को ज्यादा प्रभावित कर रहा है जिसका इम्युनिटी सिस्टम यानी रोगों से लड़ने की क्षमता कम होती है. यही वजह है कि एक्सपर्ट्स बार-बार इम्यून सिस्टम को मजबूत करने की सलाह दे रहे हैं।
बेशक इम्यून सिस्टम एक दिन में मजबूत नहीं होता है लेकिन आप रोनाजा कुछ उपायों के जरिये इसे मजबूत कर सकते हैं। भारत के आयुष मंत्रालय ने कोरोना वायरस के मद्देनजर रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए एहतियाती स्वास्थ्य उपायों के तौर पर अपनी देखभाल के लिए कुछ दिशा निर्देश को जारी किए।
इम्युनिटी सिस्टम मजबूत करना है जरूरी इनमें खासतौर से श्वसन संबंधी उपायों का जिक्र है। उसने कहा कि ये उपाय आयुर्वेदिक साहित्य और वैज्ञानिक प्रकाशनों पर आधारित हैं। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 'कोविड-19 के चलते दुनियाभर में सभी लोग प्रभावित हैं। अच्छा स्वास्थ्य बनाए रखने में शरीर की प्राकृतिक रक्षा प्रणाली को मजबूत करना अहम भूमिका निभाता है।'
सभी जानते हैं कि इलाज से बेहतर रोकथाम है। अभी तक चूंकि कोविड-19 के लिए कोई दवा नहीं है तो अच्छा होगा कि ऐसे एहतियाती कदम उठाए जाए जो इस वक्त में हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएं।
हल्दी कुछ सामान्य उपायों को सूचीबद्ध करते हुए मंत्रालय ने दिनभर गर्म पानी पीने, हर दिन कम से कम 30 मिनट योग अभ्यास, प्राणायाम करने और ध्यान लगाने तथा भोजन पकाने के दौरान हल्दी, जीरा और धनिया जैसे मसालों का इस्तेमाल करने की सलाह दी है।
च्यवनप्राश उसने रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिए सुबह 10 ग्राम यानी एक चम्मच च्यवनप्राश खाने (मधुमेह रोगियों को बिना र्शकरा वाला) जैसे कुछ आयुर्वेदिक उपायों का जिक्र किया है।
तुलसी, दालचीनी, काली मिर्च का काढ़ा मंत्रालय ने दिन में एक या दो बार हर्बल चाय पीने या तुलसी, दालचीनी, काली मिर्च, सूखी अदरक और किशमिश का काढ़ा पीने तथा 150 मिलीलीटर गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी डालकर पीने की भी सलाह दी है।
नारियल का तेल उसने सुबह और शाम दोनों नथुने में तिल या नारियल का तेल या घी लगाने जैसे कुछ आसान आयुर्वेदिक उपाय भी सुझाए हैं।
पुदीने की पत्ती और पानी की भाप सूखी खांसी या गले में सूजन के लिए उसने दिन में एक बार पुदीने की ताजा पत्ती या अजवाइन के साथ भांप लेने की सलाह दी है।
शहद और लौंग खांसी या गले में खराश के लिए दिन में दो-तीन बार प्राकृतिक शक्कर या शहद के साथ लौंग का पाउडर लेने के लिए भी कहा है। मंत्रालय ने कहा कि इन उपायों से आम तौर पर सामान्य सूखी खांसी या गले में सूजन कम होती है।
इस बात का रखें ध्यान हालांकि अगर लक्षण फिर भी बने रहते हैं तो डॉक्टर की सलाह लेना बेहतर है। उसने कहा कि देशभर के प्रतिष्ठित डॉक्टरों ने इन उपायों का सुझाव दिया है क्योंकि ये संक्रमण के खिलाफ व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा सकते हैं।