कोरोनवायरस के प्रसार का मुकाबला करने के लिए 14 अप्रैल तक 21 दिन के लिए किए गए राष्ट्रव्यापी बंद के बीच लगभग 94 प्रतिशत लोगों ने कहा कि उनमें फ्लू के लक्षण नहीं हैं। यानी कि उच्च बुखार, सर्दी, सूखी खांसी। यह बात सोमवार को एक सर्वेक्षण रिपोर्ट में सामने आई।आईएएनएस सी-वोटर ने 26 और 27 मार्च को ये सर्वेक्षण किया।सर्वे में पूछा गया कि क्या आपको या परिवार के किसी सदस्य में या पड़ोस में रहने वालों में फ्लू जैसे लक्षण दिखाई दिए हैं जैसे कि तेज बुखार, ठंडी, सूखी खांसी? सर्वेक्षण में मिले जबावों के अनुसार, 94.3 फीसदी लोगों ने कहा कि उनमें फ्लू के लक्षण नहीं है। जबकि 5.6 प्रतिशत लोगों ने दावा किया कि उन्हें फ्लू के लक्षण महसूस हुए हैं। सर्वेक्षण रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 89.3 प्रतिशत लोगों ने कहा कि उनमें फ्लू के लक्षण नहीं थे, जबकि 2.9 प्रतिशत लोगों ने कहा कि फ्लू के लक्षण पड़ोस में थे। केवल 2 प्रतिशत लोगों ने कहा कि उन्होंने अपने घर में लक्षणों को देखा और केवल 0.7 प्रतिशत लोगों ने स्वीकार किया कि उनमें फ्लू के लक्षण हैं। सर्वेक्षण में कहा गया है कि 5 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे इस बारे में जानते नहीं हैं या टिप्पणी नहीं कर सकते हैं। सोमवार को भारत में कोविड -19 रोगियों की कुल संख्या 1071 हो गई और अब तक 29 लोग काल के गाल में समा चुके हैं।