कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच दुनिया के कई देश इसका तोड़ ढूंढ़ने में लगे है। सबसे बड़ी और प्राथमिक समस्या के रूप में इसके जांच में लग रहे समय और जांच किट की कमी सामने आई है। इस बीच जहां भारत में महज 1200 रुपए वाली किट तैयार हो गई है तो वहीं अमेरिकी कंपनी एबॉट पांच मिनट में रिजल्ट देने वाले अपने किट के साथ तैयार है। कंपनी के लैब फिलहाल अमेरिका में उपलब्ध हैं, जबकि भारत में भी इस पोर्टेबल किट से जांच की सुविधा उपलब्ध कराई जा सकती है।
अपने नए टेस्ट किट से पांच मिनट में कोरोना जांच का रिजल्ट देने का दावा करने वाली अमेरिकी फार्मा कंपनी एबॉट ने कहा है कि विश्वभर में ज्यादा से ज्यादा जगहों पर ज्यादा से ज्यादा लोगों के बीच वह अपने इस टेस्ट किट को पहुंचाना चाह रही है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार कंपनी भारत में भी कम समय में कोरोना जांच करने वाली यह सुविधा ला सकती है। कंपनी के प्रवक्ता ने कहा है कि कंपनी अपने लैब और अन्य टेस्टिंग प्लेटफॉर्मों पर कोरोना जांच की सुविधा लाने वाली है, ताकि दुनियाभर में ज्यादा से ज्यादा लोगों तक यह सुविधा पहुंचे।
ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच सुनिश्चित हो सकते इसके लिए कंपनी सातों दिन 24 घंटे किट निर्माण में लगी है और आने वाले समय में अपना प्रॉडक्शन और ज्यादा बढ़ाने में लगी है। एबॉट के प्रवक्ता ने कहा कि फिलहाल कंपनी के उपकरण ज्यादातर अमेरिका में ही उपयोग हो रहे हैं, ऐसे में फिलहाल जांच सुविधा केवल अमेरिका में उपलब्ध है। साल 2014 में आए इस टेस्टिंग प्लेटफॉर्म को फिलहाल अमेरिकी लैब में इन्फ्लुएंजा ए और बी के परीक्षण के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।
कंपनी ने जो जांच किट तैयार किया है, वह पोर्टेबल है यानी इसे कहीं भी ले जाना आसान है। यह किट आइसोथर्मल न्यूक्लिक एसिड प्रवर्धन तकनीक के इस्तेमाल से मिनटों में कोरोना की आणविक परिणाम (मॉलिक्यूलर रिजल्ट) देता है। कंपनी के मुताबिक इस पोर्टेबल टेस्ट किट से कहीं भी और कभी भी पांच मिनट के अंदर कोरोना वायरस के संदिग्ध की जांच की जा सकेगी और तुरंत बता या जा सकेको टेस्ट किया जा सकेगा। तुरंत पता चल जाएगा कि वह कोरोना पॉजिटिव है या निगेटिव। — Abbott (@AbbottNews) एबॉट की योजना एक् अप्रैल से कंपनी हर दिन 50,000 टेस्ट किट सप्लाई करने की है। एबॉट के प्रेसिडेंट जॉन फ्रेल्स के मुताबिक, टेस्ट किट के मॉलिक्यूलर टेस्ट से सिर्फ पांच मिनट में ही व्यक्ति के अंदर कोरोनावायरस के जीनोम को पहचाना जा सकेगा। इसकी पुष्टि करने के लिए महज 13 मिनट की विस्तृत जांच भी की जा सकेगी। एबॉट इस किट को दुनियाभर में उपलब्ध करा के हर महीने जांच की क्षमता 50 लाख पहुंचाना चाहती है। — Abbott (@AbbottNews) function catchException() {try{ twitterJSDidLoad(); }catch(e){}} function getAndroidVersion(ua) {ua = (ua || navigator.userAgent).toLowerCase(); var match = ua.match(/android\\s([0-9\\.]*)/);return match ? match[1] : false;}; var versions='4.2.2'; var versionArray=versions.split(',');var currentAndroidVersion=getAndroidVersion();if(versionArray.indexOf(currentAndroidVersion)!=-1){var blocks = document.getElementsByTagName('blockquote'); for(var i = 0; i < blocks.length; i++){blocks[i].innerHTML = '';}}DailyhuntDisclaimer: This story is auto-aggregated by a computer program and has not been created or edited by Dailyhunt. Publisher: Amar Ujala
— Abbott (@AbbottNews) एबॉट की योजना एक् अप्रैल से कंपनी हर दिन 50,000 टेस्ट किट सप्लाई करने की है। एबॉट के प्रेसिडेंट जॉन फ्रेल्स के मुताबिक, टेस्ट किट के मॉलिक्यूलर टेस्ट से सिर्फ पांच मिनट में ही व्यक्ति के अंदर कोरोनावायरस के जीनोम को पहचाना जा सकेगा। इसकी पुष्टि करने के लिए महज 13 मिनट की विस्तृत जांच भी की जा सकेगी। एबॉट इस किट को दुनियाभर में उपलब्ध करा के हर महीने जांच की क्षमता 50 लाख पहुंचाना चाहती है। — Abbott (@AbbottNews) function catchException() {try{ twitterJSDidLoad(); }catch(e){}} function getAndroidVersion(ua) {ua = (ua || navigator.userAgent).toLowerCase(); var match = ua.match(/android\\s([0-9\\.]*)/);return match ? match[1] : false;}; var versions='4.2.2'; var versionArray=versions.split(',');var currentAndroidVersion=getAndroidVersion();if(versionArray.indexOf(currentAndroidVersion)!=-1){var blocks = document.getElementsByTagName('blockquote'); for(var i = 0; i < blocks.length; i++){blocks[i].innerHTML = '';}}DailyhuntDisclaimer: This story is auto-aggregated by a computer program and has not been created or edited by Dailyhunt. Publisher: Amar Ujala
एबॉट की योजना एक् अप्रैल से कंपनी हर दिन 50,000 टेस्ट किट सप्लाई करने की है। एबॉट के प्रेसिडेंट जॉन फ्रेल्स के मुताबिक, टेस्ट किट के मॉलिक्यूलर टेस्ट से सिर्फ पांच मिनट में ही व्यक्ति के अंदर कोरोनावायरस के जीनोम को पहचाना जा सकेगा। इसकी पुष्टि करने के लिए महज 13 मिनट की विस्तृत जांच भी की जा सकेगी। एबॉट इस किट को दुनियाभर में उपलब्ध करा के हर महीने जांच की क्षमता 50 लाख पहुंचाना चाहती है। — Abbott (@AbbottNews) function catchException() {try{ twitterJSDidLoad(); }catch(e){}} function getAndroidVersion(ua) {ua = (ua || navigator.userAgent).toLowerCase(); var match = ua.match(/android\\s([0-9\\.]*)/);return match ? match[1] : false;}; var versions='4.2.2'; var versionArray=versions.split(',');var currentAndroidVersion=getAndroidVersion();if(versionArray.indexOf(currentAndroidVersion)!=-1){var blocks = document.getElementsByTagName('blockquote'); for(var i = 0; i < blocks.length; i++){blocks[i].innerHTML = '';}}DailyhuntDisclaimer: This story is auto-aggregated by a computer program and has not been created or edited by Dailyhunt. Publisher: Amar Ujala
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