कुछ लोगों के लिए सादा जीवन बिताना बहुत कठिन हो सकता है। हमें यही सिखाया गया है कि चीजों का संचय ही सफलता की निशानी है। इससे हम अकसर अत्यंत तनाव में और अपने जीवन की बेतरतीबी में इस तरह फंस जाते हैं कि किसी उद्देश्य, सार्थकता और खुशी के साथ जीना दूभर हो जाता है। सादगी भरा जीवन आपको वैसा जीवन गढ़ने में मदद कर सकता है, जो आपके लिए सबसे महत्वपूर्ण होता है, जो संतोषप्रद और सार्थक होता है। बात चाहे भौतिक पदार्थों की उपलब्धि की हो या आध्यात्मिक उपलब्धि की, जीवन में लक्ष्य तथा संकल्प सबसे जरूरी हैं। सादगीपूर्ण जीवन आपको अपने लक्ष्य, अपनी प्राथमिकताओं को पहचानने में मदद करता है।
सादा जीवन यानी आजाद जीवन। वह जीवन, जो आपको उस ओर बढ़ने की राह दिखाता है, जहां जुनून और उपलब्धियां हैं। जहां ऐसा कोई शोर-शराबा या अव्यवस्था नहीं होती, जो आपके रास्ते की बाधा बन जाए। तब आप केवल वही साथ रखते हैं, जो बेहद जरूरी है।
1. छोड़ना सीखें आप अपने सामान का गंभीर रूप से अवलोकन करें और यह फैसला करें कि क्या सच में ये आपके लिए अहम है, या आपने उसे बिना किसी बाध्यता के, यूं ही अपने पास रखा है। इसको जांचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण मानदंड निर्धारित कीजिए। क्या आपको उसकी आवश्यकता है? क्या वह आपको खुशी प्रदान करता है? क्या वह आपके लक्ष्य के अनुरूप है? क्या इसके खो जाने से आपके जीवन पर नकारात्मक असर पड़ेगा? जब आप चीजों को छोड़ना सीखते हैं तो आपके अंदर आजादी की एक अद्भुत भावना पैदा होती है। न केवल भौतिक वस्तुओं से आजादी का एहसास, बल्कि उनसे जुड़ी पुरानी अपेक्षाओं और तनावों से आजादी का एहसास भी पैदा होता है।
2. मात्रा नहीं, गुणवत्ता को तरजीह जब आप अपने खर्च को सुव्यवस्थित करते हैं और गैरजरूरी खर्चों में या चीजों को जमा करने में कमी करते हैं तो आप पाएंगे कि आपका पैसा ज्यादा दूर तक सफर तय करता है। आप अपने पैसे का इस्तेमाल अपने लिए जरूरी बेहतर चीजों को खरीदने में कर सकते हैं। अधिक पैसा निवेश करके आप बेहतर गुणवत्ता वाली चीजों को खरीद सकते हैं, जो ज्यादा बेहतर काम कर सकती हैं, ज्यादा टिकाऊ हो सकती हैं और सस्ती चीजों के मुकाबले आपको अपने लक्ष्य को हासिल करने में ज्यादा बेहतर तरीके से मदद कर सकती हैं।.
3. अपने और दूसरों के लिए कुछ अच्छा करें सादगी भरा रहन-सहन सकारात्मक परिवर्तन ला सकता है, आपके जीवन में भी और दूसरों के जीवन में भी। आप जो कुछ भी छोड़ते हैं, जो आपके लिए बहुत जरूरी नहीं है, जैसे कि आपका अतिरिक्त विंटर कोट, वह जरूरतमंदों के काम आ सकता है। आप अपनी ऐसी सारी चीजें उन लोगों को दे सकते हैं, जो जरूरतमंद हैं। चीजों को फिर से उपयोग करने, उन्हें रिसाइकल करने की आदत अपनाएं। जब आप अपने घर से अनुपयोगी या कम उपयोगी चीजों को बाहर करते हैं तो उससे आपके घर में कार्बन फुटप्रिंट में कमी आती है और आपकी जीवनशैली पर्यावरण के लिए बेहतर साबित होती है। चीजों को जमा करने की बजाय खुशनुमा पलों को जमा कीजिए। आप अपने परिवार और दोस्तों के साथ यात्रा कर सकते हैं, साथ में कुछ एडवेंचर कर सकते हैं। इससे नजदीकियां बढ़ेंगी। सादगी भरे जीवन का सिद्धांत आपके मानसिक स्वास्थ्य पर भी लागू हो सकता है। अपने विचार और समय महत्वपूर्ण चीजों को समर्पित कीजिए, ताकि आलतू-फालतू चीजों में फंसने से बच सकें।
4. बढ़ते रहो सादगी भरे जीवन का अनुसरण करना, केवल अपने घर से चीजों को बाहर करना भर नहीं है। सादगी भरे जीवन का अर्थ है कम खरीदना, कम उपयोग करना और खुद को उन चीजों के प्रति समर्पित करना, जो महत्वपूर्ण हैं। कोई भी चीज खरीदें, गंभीरतापूर्वक विचार कर खरीदें। सादगीपूर्ण रहन-सहन से जुड़े ब्लॉग और किताबें पढ़ें। अपने जीवन की आध्यात्मिक और भावनात्मक अस्त-व्यस्तता को दूर करने के लिए दृढ़प्रतिज्ञ बने रहें। आप जितना सादगी से रहेंगे, जीवन उतना ही सार्थक होता जाएगा। बांटना सीखें।