कोहिमा, पूर्वोत्तर भारतीय राज्य नागालैंड का राजधानी शहर है, जो अपनी प्राकृतिक सौंदर्यता, लोक कला और आदिवासी परिवेश के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है। यहां की रंग-बिरंगी संस्कृति सैलानियों को काफी ज्यादा आकर्षित करती है। नागालैंड में तकरीबन 18 अलग-अलग जनजातियां निवास करती हैं, और इन सब की अपनी अलग अनूठी जिवनशैली है। कोहिमा का भ्रमण आपके लिए कई मायनों में खास हो सकता है, यहां न आप जी भरकर प्राकृतिक खूबसूरती का आनंद ले पाएंगे, बल्कि आपको यहां जनजातीय संस्कृति को करीब से देखने का मौका भी प्राप्त होगा। घूमने-फिरने योग्य नागालैंड में बहुत से खास स्थल मौजूद हैं, जिन्हें आप अपनी यात्रा के दौरान देख सकते हैं। राज्य, संग्रहालय, नागा हेरिटेज कॉम्पलेक्स, खोनोमा गांव, दजुको वैली आदि यहां के सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल हैं, लेकिन आज हम आपको इस लेख के माध्यम से कोहिमा के निकटवर्ती उन खास स्थलों के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां का प्लान आप वीकेंड या कोहिमा भ्रमण के दौरान बना सकते हैं। जानिए ये स्थल आपको किस प्रकार आनंदित कर सकते हैं। वोखा कोहिमा के निकटवर्ती स्थलों में आप नागालैंड के चुनिंदा अज्ञात स्थलों की सैर का प्लान बना सकते हैं, जिनके महत्व और खूबसूरती के बारे में अधिकांश पर्यटक अंजान हैं। वोखा नागालैंड का छोटो नगर है, जो अपनी कुदरती खूबसूरती और जनजातीय महत्व के लिए जाना जाता है। यहां लोथा नाम के आदिवासी समाज की आबादी ज्यादा है। यह एक पुराना स्थल है, जो औपनिवेशिक काल के दौरान एक महत्व केंद्र के रूप में इस्तेमाल किया जाता था। पर्यनट के लिहाज से भी यह नगर बहुत ज्यादा मायने रखता है, जहां आप कई प्रसिद्ध स्थलों की सैर का प्लान बना सकते हैं। आप यहां की दोयांग नदी की सैर का प्लान बना सकते हैं, जिसपर एक हाइड्रो प्रोजेक्ट भी स्थापित किया गया है। दोयांग जलाशय पर्यटकों को काफी ज्यादा आकर्षित करता है। आप यहां टीई पहाड़ी, तोत्सु पहाड़, वनखोसुंग आदि स्थलों की सैर कर सकते हैं। सेनापति आप कोहिमा से 69.3 कि.मी की दूरी का सफर तय कर मणिपुर के सेनापति का प्लान बना सकते हैं। यह राज्य का एक खूबसूरत जिला है, जो अपने मनमोहक वातावरण और पर्यटन स्थलों के लिए जाना जाता है। यहां की लोक कला-संस्कृति बहुत हद तक सैलानियों को प्रभावित करती है। आप यहां कई खूबसूरत स्थलों की सैर का प्लान बना सकते हैं। यहां का पर्यटन आकर्षणों में आप कौब्रु पहाड़ी की का चुनाव कर सकते हैं, जो मणिपुर की सबसे ऊंची चोटी है। यह स्थल प्रकृति प्रेमियों के साथ-साथ एडवेंचर के शौकीनों के लिए भी काफी ज्यादा मायने रखता है, आप यहां पहाड़ी ट्रेकिंग का रोमांच भरा अनुभव ले सकते हैं। कौब्रु के अलावा आप कौब्रु लेखा नामक शिव मंदिर है, के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त कर सकते है। दीमापुर दूरी – 67.7 कि.मी कोहिमा से आप 67.7 कि.मी की दूरी का सफर तय कर दीमापुर आ सकते हैं। यह नागालैंड के बड़े शहरो में से एक है, जिसे गेटवे ऑफ नागालैंड के नाम से संबोधित किया जाता है। नागा में शहर के नाम का शाब्दिक अर्थ है, विशाल नदी के तट पर बसा शहर। यह शहर अपने प्राकृतिक खूबसूरती और अनूठी जीवनशैली के लिए जाना जाता है। आप यहां कई आकर्षक स्थलों की सैर का प्लान बना सकते हैं, जिसमें चुमुकेदिमा गांव, कछारी खंडहर, सुमी टाउन बैपटिस्ट चर्च, नागालैंड जूलॉजिकल पार्क आदि स्थलों का प्लान बना सकते हैं। दीफू अपने वीकेंड रोमांच को दुगना करने के लिए आप असम के दीफू की की सैर का प्लान बना सकते हैं, जो राज्य के कार्बी आंगलोंग जिले का एक खूबसूरत हिल स्टेशन है। दीफू समुद्र तल से लगभग 610 फीट की ऊंचाई पर बसा है, जो प्रकृति प्रेमियों से लेकर रोमांच के शौकीनों को भी अपनी ओर आकर्षित करता है। यह खूबसूरत नगर सांप्रदायिक सद्भावना को भली भांति चित्रित करता है, यहां आप मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा और चर्च भी देख सकते हैं। यहां सभी धर्मों के त्योहारों को बड़ी हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। यहां के पर्यटन आकर्षणों में आप बोटॉनिकल गार्डन, रोंगफार्पी रोंगबे की मूर्ति, तारलंगसो मनोरंजन पार्क व औषधीय गार्डन, उमवांग आदि की सैर का प्लान बना सकते हैं। उखरूल दूरी – 242 कि.मी उपरोक्त स्थलों के अलावा आप 242 कि.मी का सफर तय कर मणिपुर के उखरूल का प्लान बना सकते हैं। यह राज्य का खूबसूरत जिला है, पर्यटन के लिहाज से काफी खास माना जाता है। एक प्रकृति प्रेमी के लिए यह स्थल काफी ज्यादा मायने रखता है। आप यहां कई खूबसूरत स्थलों की सैर का प्लान बना सकते है, जिसमें खयांग चोटी, शिरुई कशओंग चोटी, कचौफूंग झील, खंखुई गुफा की सैर का प्लान बना सकते हैं। एक शानदार वीकेंड के लिए यह एक आदर्श स्थल है।