नई दिल्ली . ध्यान रखना है कि कहीं दूध-ब्रेड खरीदने के चक्कर में आप कोरोना (Corona virus) अपने घर तक न ले आएं. कोरोना (Corona virus) को फैलने से रोकने के लिए सरकारी कदमों के अलावा जनता के सपॉर्ट की बेहद जरूरी है. कोशिश यही करनी चाहिए कि घर के अंदर ही रहें लेकिन अगर किसी सामान की बेहद जरूरी हो तो उसे खरीदते समय भी सावधानी बरतनी जरूरी है. कोशिश करें कि जरूरत का सामान हेल्पलाइन पर फोन करके मंगवाएं और स्टोर पर जाने से बचें. स्टोर पर दिनभर में बहुत सारे लोग आते हैं. ऐसे में लेनदेन की प्रक्रिया में संक्रमण का खतरा ज्यादा रहता है. बिग बाजार और अन्य स्टोर वॉट्सऐप या फोन नंबर पर ऑर्डर ले रहे हैं. अगर आपके घर डिलिवरी बॉय आता है तो भी आपको सतर्क रहने की जरूरत है.
सामान लेने से पहले हाथ को साबुन से धोएं या फिर सैनिटाइजर (Sanitizer) का उपयोग करें. सामान को सुरक्षित रखने के बाद भी साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें. अगर कोई आवश्यक सामान लेने के लिए आपको बाहर जाना पड़ता है तो मास्क लगाना न भूलें. साथ ही जाने से पहले और आने के बाद अपने हाथ ठीक से साफ करें. बाजार या दुकान पर पहुंचने के बाद भी सोशल डिस्टैंसिंग का पूरा खयाल रखें. अगर भीड़ दिखे तो दूर खड़े रहकर ही अपनी बारी का इंतजार करें. दुकानदार से भी कम से कम एक मीटर की दूरी बनाकर रखें. हो सके तो पेमेंट डिजिटल ट्रांजैक्शन के जरिए करें. नकदी के ज्यादा लेनदेन से भी संक्रमण का खतरा होता है. हालांकि अगर हाथ को ठीक से साफ कर लिया जाए तो बचाव किया जा सकता है. इस लिहाज से भी डिजिटल ट्रांजैक्शन अच्छा होता है क्योंकि आप कैश निकालने के लिए एटीएम जाने से बच जाएंगे.
अगर आपको मजबूरी में एटीएम तक जाना भी पड़ता है तो हाथों की सफाई का पूरा ध्यान रखें. अगर आप दूध, ब्रेड या राशन लेने जाते हैं तो अपना कपड़े का थैला साथ रखें. एक तो यह पर्यावरण की सुरक्षा के लिहाज से अच्छा है दूसरा इससे संक्रमण का खतरा कम होता है. रास्ते में ज्यादा मिलने-जुलने के चक्कर में न पड़ें. मास्क लगाने से आपको दोगुना फायदा हो सकता है. वह ऐसे कि यह आपको संक्रमण से बचाएगा और आपको लोग आसानी से पहचान भी नहीं पाएंगे. दुकान से लौटने के बाद कपड़े के थैले को भी गरम पानी से धुलें. इसके अलावा अपने हाथों को ठीक से साफ करें. कोरोना (Corona virus) के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार (Government) ने लॉकडाउन (Lockdown) की घोषणा की है लेकिन कहीं ऐसा न हो कि हमारी लापरवाही की वजह से यह योजना विफल हो जाए. जाहिर सी बात है कि बड़े आर्थिक रिस्क को उठाकर 21 दिनों के लॉकडाउन (Lockdown) के का फैसला किया गया है.