जिले के विभिन्न स्कूलों में पढ़ने वाले छह से 14 आयु वर्ग के पूर्ण ²ष्टिबाधित बच्चों को सर्वे में चिह्नित कर उन्हें प्रशिक्षण देकर ब्रेल लिपि से पठन-पाठन कराए जाने की कवायद शुरू की जाएगी। यह कवायद बिहार शिक्षा परियोजना के स्पर्श कार्यक्रम के माध्यम से आयोजित होगी।
सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी समग्र शिक्षा अभियान रामाशीष राम ने बताया कि पूर्व में कराए गए सर्वेक्षण के अनुसार जिले के विभिन्न प्रखंड क्षेत्रों के अंतर्गत पूर्ण दिव्यांग बालकों को चिह्नित किया गया था। इन चिह्नित बालकों को बिहार शिक्षा परियोजना के स्पर्श कार्यक्रम के माध्यम से 90 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम चला कर प्रशिक्षकों के द्वारा टीएलएम के साथ प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें इन्हें अक्षर ज्ञान सहित अन्य बातों की जानकारी दी जाएगी, ताकि ये अपने जीवन को व्यवस्थित रूप से चला सकें। साथ ही इन्हें पठन-पाठन करने के लिए ब्रेल लिपि के माध्यम से पठन-पाठन करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण के लिए तीन प्रशिक्षक प्रतिनियुक्त किए गए हैं। जो 90 दिनों तक इन्हें आवासीय प्रशिक्षण देंगे। सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी ने बताया कि इसके अलावा जिले के तीन दिव्यांग छात्र-छात्राओं की पटना के महावीर आरोग्य संस्थान में बिहार शिक्षा परियोजना के अंतर्गत शल्य चिकित्सा भी कराई गई है। इसमें कुदरा प्रखंड क्षेत्र के दो छात्राएं अंशु कुमारी व खुशी कुमारी शामिल हैं। जिन्हें आंख में मोतियाबिद था जिनकी शल्य चिकित्सा कराई गई है। साथ ही कान की समस्या से ग्रसित अरविद कुमार राम का भी आपरेशन कराया गया है। प्रखंडवार चयनित बच्चों की संख्या-
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रामपुर - 2
दुर्गावती - 1
भभुआ - 4
भगवानपुर - 3
नुआंव - 2
मोहनियां - 4
चैनपुर - 3
चांद - 2
कुदरा- 4
Posted By: Jagran
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