संवाद सूत्र, करजाईन बाजार(सुपौल): करजाईन बाजार सहित आसपास के क्षेत्रों में बुधवार को मकर संक्रांति का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। सुबह से ही क्षेत्र के मंदिरों में पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। श्रद्धालुओं ने नदी में स्नान कर तिल व गुड़ चढ़ाकर देवताओं की आराधना की। इस दिन भोजन में खिचड़ी एवं दही-चूड़ा की प्रधानता रही। वहीं बड़े-बुजर्गों ने अपने से छोटे को तिल खिलाकर कर्तव्य पालन की सीख दी। इस मौके पर क्षेत्र के धर्मार्थ लोगों के द्वारा गरीबों के बीच तिल व गर्म वस्त्र का भी दान किया गया। इस मौके पर आचार्य धर्मेंद्रनाथ मिश्र ने मकर संक्रांति का अर्थ बताते हुए कहा कि दक्षिणायन से उत्तरायण में आने की सूर्य की प्रक्रिया तथा एक राशि से दूसरे राशि में सूर्य के प्रवेश दोनों का संगम ही मकर संक्रांति कहलाता है। साथ ही सूर्यदेव के उत्तरायण होने के कारण यह समय बहुत ही शुभ माना जाता है। इस पुण्यकाल में दान, व्रत-उपवास, यज्ञ, होम आदि धार्मिक कार्य करने से विशेष फल प्राप्त होते हैं।
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Posted By: Jagran
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