संस, सहरसा: खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 का चावल जमा करने की तिथि अब महज छह दिन शेष है, परंतु जिले की विभिन्न समितियों पर खरीदे गए धान के समतुल्य 19 हजार चार सौ 70 क्विंटल चावल शेष है। जिला प्रशासन और सहकारिता विभाग द्वारा चावल वसूली के लिए मई माह का ही समय दिया गया था।
खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा चावल जमा करने की अंतिम तिथि 30 जून निर्धारित की गई है। बावजूद इसके कई समितियों की उदासीनता से 19 हजार क्विटल से अधिक चावल जमा होना बांकी है। इसकी वसूली प्रशासन के लिए सिरदर्द साबित हो सकता है।
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अबतक समितियों ने जमा किया 38245 एमटी चावल
खरीफ विपणन मौसम 2021-22 में धान खरीद के समतुल्य जिले की सभी सहकारी समितियों को 40192 एमटी चावल बिहार राज्य खाद्य निगम में जमा करना है। इसके विरूद्ध अबतक 38245 क्विंटल ही चावल जमा किया जा सका। जिला प्रशासन की पहल पर शुरूआती दौर में बड़ी तेजी से चावल जमा शुरू हुआ। एकसाथ बड़ी मात्रा में चावल जमा किए जाने के कारण गोदाम में जगह मिलना कठिन हो गया था, परंतु जैसे ही गोदाम का प्रबंध हुआ, कुछ समितियों ने जानबूझकर चावल जमा करना बंद कर दिया। कभी गनी बैग का बहाना, तो कभी गोदाम का बहाना बनाया जाने लगा, परंतु सभी व्यवस्था होने के बाद चावल जमा नहीं हो पा रहा है। यह स्थिति तब है,जब फोर्टिफाइड के बदले सामान्य चावल जमा करने की छूट दे दी गई है।
पूर्व में खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग ने 25 मार्च के बाद फोर्टिफाइड चावल ही जमा करने का आदेश दिया था। जिले के कई राइस मिल में ब्लैंडर मशीन लगाया भी गया, परंतु कई तकनीकी कारणों से फोर्टिफाइड चावल का निर्माण शुरू नहीं हो सका। बाद में विभाग ने इसकी बाध्यता भी समाप्त कर दिया। बावजूद इसके कई समितियां पूर्व की तरह जानबूझकर चावल जमा करने में देरी कर रहा है। अगर सहकारिता विभाग और जिला प्रशासन द्वारा सख्ती नहीं बरती गई तो फिर चावल की वसूली काफी कठिन हो जाएगा।
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कोट
जिन समितियों ने अबतक चावल जमा नहीं किया, उसे शीघ्र जमा करने का निर्देश दिया गया है। निर्धारित अवधि में चावल जमा नहीं करनेवाली समितियों के विरूद्ध केस दर्ज कराकर नीलाम पत्र वाद दायर किया जाएगा। शिवशंकर कुमार, डीसीओ, सहरसा।