संवाद सहयोगी, लखीसराय : सिविल सर्जन डा. डीके चौधरी के एक घंटा के भीतर दो विपरीत आदेश वाले पत्र की चर्चा स्वास्थ्य महकमे में खूब हो रही है। विगत दिनों सदर अस्पताल की दो जीएनम की एएनएम स्कूल में ट्यूटर के रूप में प्रतिनियुक्ति किए जाने के एक घंटा के भीतर सिविल सर्जन ने विपरीत आदेश निकाला है। स्वास्थ्य कर्मी इसे तुगलकी फरमान बता रहे हैं। सिविल सर्जन के एक जून 22 के पत्र में सदर अस्पताल की जीएनएम रूबी कुमारी एवं आशा कुमारी की प्रतिनियुक्ति एएनएम स्कूल में ट्यूटर के पद पर की गई। लक्ष्य कार्यक्रम की सफलता को लेकर सदर अस्पताल के उपाधीक्षक के आग्रह पर सिविल सर्जन ने 11 जून 22 को पत्र जारी करके जीएनएम रूबी कुमारी एवं आशा कुमारी की प्रतिनियुक्ति रद कर दी। उनके स्थान पर सदर अस्पताल की जीएनएम वीणा कुमारी एवं समीक्षा कुमारी की प्रतिनियुक्ति एएनएम स्कूल के ट्यूटर पद पर की गई। इसकी जानकारी मिलते ही रूबी कुमारी एवं आशा कुमारी सीएस से मिली। इसके कुछ देर बाद ही सीएस कार्यालय फिर से आदेश जारी करके जीएनएम वीणा कुमारी एवं समीक्षा कुमारी के एएनएम स्कूल में ट्यूटर के पद पर की गई प्रतिनियुक्ति अगले आदेश तक अपरिहार्य कारणों से रद कर दिया तथा अपने कार्यालय के एक जून 22 द्वारा प्रतिनियुक्त की गई रूबी कुमारी एवं आशा कुमारी को अगले आदेश तक एएनएम स्कूल लखीसराय के ट्यूटर का कार्य करने का आदेश दिया। एक ही मामले को लेकर सिविल सर्जन द्वारा जारी एक घंटे के भीतर दो विपरीत आदेश स्वास्थ्य कर्मियों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। इधर सिविल सर्जन डा. डीके चौधरी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था के तहत ही उन्होंने ऐसा निर्णय लिया है।