संवाद सूत्र, सहरसा: जिले में कोरोना काल के लंबे अरसे के बाद एक बार फिर से सरकारी स्कूलों में मध्याह्न भोजन योजना की शुरूआत कर दी गयी है। जिले में 1274 प्रारंभिक स्कूलों में से 1197 विद्यालयों में मध्याह्न भोजन योजना चलायी जा रही है। वहीं 77 विद्यालयों में एमडीएम योजना तीन-चार दिनों से बंद है। जिले के सोनवर्षा प्रखंड में ही 70 विद्यालयों में एमडीएम योजना का लाभ बच्चों को नहीं मिल रहा है।
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शहरी क्षेत्र में चल रहा आउट सोंर्सिंग
शहरी क्षेत्र के सरकारी स्कूलों में आउट सोर्सिंग द्वारा बच्चों को मध्याह्न भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। शहरी क्षेत्र में कहरा प्रखंड के 59 विद्यालय एवं सत्तरकटैया प्रखंड के चार विद्यालयों कुल मिलाकर 63 विद्यालयों में आउट सोर्सिंग संस्था डा. भीमराव अंबेडकर दलित उत्थान शिक्षा समिति, नई दिल्ली को कार्य भार दिया गया है।
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165847 बच्चों को मिल रहा है मध्याह्न भोजन योजना का लाभ
जिले में 1197 विद्यालयों में 387593 बच्चे नामांकित हैं जिसमें से 165847 बच्चों को मध्याह्न भोजन योजना का लाभ मिल रहा है। शहरी क्षेत्र में 63 विद्यालयों में नामांकित बच्चों की संख्या 20637 है जिसमें 10611 बच्चों को मध्याह्न भोजन योजना का लाभ मिल रहा है।
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कोट
जिले के सरकारी स्कूलों में बच्चों को एमडीएम का लाभ मिल रहा है। मीनू के अनुसार ही बच्चों को हर दिन पौष्टिक आहार भोजन दिया जा रहा है। सोनवर्षा प्रखंड में खाद्यान्न पहुंचा दिया गया है। अब हर स्कूलों में एमडीएम योजना का लाभ बच्चों को मिलेगा। सोनवर्षा में चावल आपूर्ति के कारण एमडीएम बंद था अब वो भी चालू हो जाएगा।
जयशंकर प्रसाद ठाकुर, जिला शिक्षा पदाधिकारी