संस, सहरसा : जिले के विभिन्न पैक्सों के अध्यक्ष द्वारा गलत तरीके से अपने सगे- संबंधियों को प्रबंधक बनाने और अनियमितता का मामला सामने आने लगा है। वीरंगाव के बाद घोघेंपुर पैक्स अध्यक्ष द्वारा गलत तरीके से अपने सगे भाई को प्रबंधक बनाने और विगत दो वर्षों में धान खरीद के नाम सरकारी राजस्व की लूट के मामले को विभाग ने गंभीरता से लिया है। जिला सहकारिता पदाधिकारी शिवशंकर कुमार ने घोघेंपुर पैक्स के मामले की जांच का आदेश दे दिया है।
महिषी प्रखंड अंतर्गत घोघेपुर के पूर्व पैक्स अध्यक्ष मो. अलीमुद्दीन समेत दर्जनों ग्रामीणों ने जिलाधिकारी सहकारिता पदाधिकारी व अन्य अधिकारियों को को आवेदन देकर पैक्स अध्यक्ष मो. जावेद अख्तर द्वारा गलत तरीके से अपने सगे भाई मो. सलीम को पैक्स प्रबंधक बनाने और धान अधिप्राप्ति के नाम पर बड़े पैमाने पर अनियमितता बरतने का आरोप लगाया है। आवेदन के माध्यम से वर्ष 2021-21 एवं 2021-22 में अपने पारवारिक सदस्यों व फर्जी किसानों के नाम पर गलत तरीके से धान खरीदने की शिकायत की गई। कहा कि जिन लोगों के नाम पर धान की अधिप्राप्ति की गई है, उसमें अधिकांश लोग इसका लाभ लेने का अहर्ता नहीं रखते। फर्जी किसानों के नाम पर धान खरीदकर न्यूनतम समर्थन मूल्य के नाम पर सरकारी राशि का गबन किया गया। पूर्व पैक्स अध्यक्ष व दर्जनों ग्रामीणों के हस्ताक्षरित इस आवेदन के साथ गैर रैयत किसानों से धान खरीदे जाने का साक्ष्य प्रस्तुत करते हुए जिलाधिकारी व संबंधित अधिकारियों से जांच कर कार्रवाई का आग्रह किया है। मामले में संज्ञान लेते हुए डीसीओ ने जांच का आदेश दे दिया है। उन्होंने बताया कि एक सप्ताह के अंदर इसकी जांच कराकर प्रतिवेदन के आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
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