जिले के 79 गांवों का होगा योजनाबद्ध विकास

संस, सहरसा: शहर के अगल- बगल के गांवों के योजनाबद्ध् विकास के लिए सहरसा नगर के समीप वाले 79 गांवों को आयोजना में शामिल किया गया है। कहरा, सत्तरकटैया और सौरबाजार के चिह्नित इन गांवों को भी इससे जोड़ा गया है।

जिला प्रशासन द्वारा पूर्व में ही इसके लिए गांवों का सर्वेक्षण कर इस प्लानिग एरिया में शामिल करने का प्रस्ताव भेजा गया है। सरकार ने अगले 20 वर्ष की जरूरतों के हिसाब से इन शहरों व बगल के गांवों के विकास के लिए मास्टर प्लान तैयार किया है।
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चार लाख 61 हजार लोगों को मिलेगा लाभ

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आयोजना में सहरसा नगर और अगल- बगल के कुल चार लाख 61 हजार 52 जनसंख्या को शामिल किया गया है। कुल 294.19 किमी क्षेत्रफल वाले इस आयोजना में 35.89 वर्ग किमी शहरी क्षेत्र और 258.30 वर्ग किमी ग्रामीण क्षेत्र शामिल है। इसमें सत्तरकटैया अंचल के 21 राजस्व ग्राम, कहरा अंचल के 34 और सौरबाजार अंचल के 24 को रखा गया है। प्लानिग एरिया में इन 79 गांवों को शामिल किए जाने के बाद यहां शहर की भांति, बेहतर खेल मैदान, पार्क, कालोनी, पेयजल, निर्बाध विद्युत आपूर्ति, बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था आदि की सुविधा उपलब्ध होगी। इन गांवों को चिह्नित कर जिला प्रशासन ने पूर्व में ही सरकार को प्रस्ताव भेजा है।
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क्या कहते हैं पंचायत प्रतिनिधि
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कहरा के जिला पार्षद धीरेंद्र यादव, विनीत कुमार सिंह बिड्डू कहते हैं कि आयोजन में शामिल होने से इन गांवों में बेहतर बुनियादी सुविधा उपलब्ध होगी। सत्तरकटैया के निवर्तमान प्रमुख माखन यादव कहते हैं कि शहर के बगल वाले इन गांवों में अभी भी बहुत कुछ सुविधाएं नहीं है। प्लानिग एरिया में शामिल होने से इसका विकास होगा। सौरबाजार की जिला पार्षद मधुलता कुमारी का कहना है कि पंचायतों के माध्यम से तो लगातार गांवों का विकास हो रहा है। प्लानिग एरिया में शामिल कर योजनाबद्ध तरीके से विकास कार्य से जनता को काफी फायदा पहुंचेगा।
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नगर परिषद और जिला प्रशासन द्वारा आयोजन क्षेत्र तय कर पूर्व में ही प्रस्ताव भेजा गया है। शेष कार्य सरकार स्तर से किया जाना है। सरकार के निर्देशानुसार इस क्षेत्र में विकास कार्य चलाया जाएगा।
राजेंद्र दास, डीसीएलआर सह नप कार्यपालक पदाधिकारी, सहरसा।

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