संवाद सूत्र, कुमारखंड (मधेपुरा) : मतगणना के दौरान का सीसीटीवी फुटेज दिखाने की मांग को लेकर अनशन पर बैठे इसरायण बेला पंचायत के पराजित मुखिया प्रत्याशी समेत समर्थन में बैठे लोगों द्वारा बुधवार को प्रखंड कार्यालय में उग्र प्रदर्शन कर बीडीओ पंकज कुमार पर जानलेवा हमला करने समेत तोड़फोड़ की घटना व थाना अध्यक्ष पर जानलेवा हमला को लेकर केस दर्ज किया गया है। मुखिया प्रत्याशी अशोक मेहता सहित दर्जनों नामजद व अज्ञात के विरूद्ध अलग-अलग केस दर्ज किया गया है। दर्ज मामले में कहा गया है कि अनशन पर बैठे मुखिया प्रत्याशी अशोक मेहता के भाई अजय मेहता व अनमोल मेहता द्वारा साजिश के तहत प्रशासन के विरूद्ध लोगों को भड़काया और उग्र भीड़ के साथ बहुउद्देशीय सभागार में काफी तोड़ फोड़ किया। सरकारी कागजातों को नष्ट कर दिया गया। साथ ही दिन भर कम काज को ठप कराकर जानलेवा हमला किया गया। वहीं थानाध्यक्ष रुदल कुमार ने जानलेवा हमला कर थाना में तोड़ फोड़ व हथियार लूटने के प्रयास का आरोप लागते हुए केस दर्ज किया है। मालूम हो कि बीते शनिवार से अनशन पर बैठे इसरायण बेला पंचायत के पराजित मुखिया प्रत्याशी अशोक मेहता पत्नी वीणा भारती समेत पुत्र राजकुमार व राजू कुमार समर्थकों के साथ मतगणना कार्य में गड़बड़ी करने, मतगणना के पूर्व ईवीएम का सील टूटा रहने, गिनती पूर्व कागज पर गिनती लिखकर रखने जैसे गंभीर आरोप लगाकर मतगणना कार्य का सीसीटीवी फुटेज देखाने की मांग को लेकर प्रखंड कार्यालय परिसर में अनशन पर बैठे थे। बुधवार को बीडीओ पंकज कुमार, थानाध्यक्ष रुदल कुमार व अन्य के साथ अनशनकारी मुखिया प्रत्याशी से वार्ता करने पहुंचे थे। वार्ता के बाद बीडीओ पंकज कुमार, सीओ शशि कुमार, प्रखंड कल्याण पदाधिकारी ललन कुमार, थानाध्यक्ष रुदल कुमार, सअनि अजय कुमार, पूर्व मुखिया उमाशंकर चौधरी व अन्य के साथ मिलकर अनशन समाप्त कराने पर मंत्रणा कर रहे थे। इसी दौरान किसी ने पदाधिकारियों के सात दिनों तक नहीं नहीं रहने का अफवाह फैला दिया। अफवाह सुनते अनशनकारी उग्र हो गए। उसके बाद प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। उसके बाद अनशनकारी उग्र हो गए और कार्यालय में तोड़ फोड़ शुरू कर बीडीओ पर जानलेवा हमला कर सरकारी कागजातों को भी छतिग्रस्त कर दिया। प्रखंड विकास पदाधिकारी समेत सभी को बहुउद्देशीय भवन स्थित कार्यालय में ताला जड़ कर सभी को बंधक बना लिया था। सूचना पाकर पहुंचे सदर एसडीएम नीरज कुमार व एसडीपीओ अजयनारायण यादव आधा दर्जन पुलिस थाना पुलिस के साथ पहुंचकर अनशनकारियों से चाभी लेकर ताला खोला और बंधक बने लोगों को मुक्त कराया।