संसू, पतरघट (सहरसा): शैक्षणिक व्यवस्था को सु²ढ बनाने के लिए सरकारी स्तर पर भले ही कई कदम उठाए गए हैं, लेकिन आठ साल बाद भी शिक्षकों का पदस्थापन नहीं किया जाना शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर रहा है।
मध्य विद्यालय को उच्च स्तरीय विद्यालय में उत्क्रमित किया गया है लेकिन लगभग आठ साल बीत जाने के बाद भी एक भी विद्यालय में न तो शिक्षकों को प्रतिनियुक्त किया गया नहीं पदस्थापना हुई। एक तरफ शिक्षा व्यवस्था को सु²ढ़ करने का पोल खुला वहीं बगैर शिक्षकों के पढ़ाई के प्रखंड क्षेत्र के लगभग एक हजार छात्र माध्यमिक बोर्ड परीक्षा पास कर कलेज में प्रवेश कर जाते हैं।
----
छह मध्य विद्यालय को किया गया उत्क्रमित
किसनपुर मध्य विद्यालय, पस्तपार मध्य विद्यालय, पतरघट मध्य विद्यालय, कमजड़ी मध्य विद्यालय, धोधनपट्टी मध्य विद्यालय, मौनी मध्य विद्यालय कहरा को उच्च स्तरीय विद्यालय में उत्क्रमित किया गया। लगभग आठ साल बाद भी एक भी विद्यालय में एक भी शिक्षकों को न तो पदस्थापन किया गया नहीं प्रतिनियुक्त।.
---
क्या कहते हैं प्रधानाध्यापक
-----
किसनपुर उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापक राजीव कुमार सिंह कहते हैं कि किसनपुर मध्य विद्यालय को उच्च स्तरीय विद्यालय में दर्जा दिए आठ साल हो गये एक भी शिक्षक का पदस्थापन नहीं हुआ। प्रति वर्ष लगभग एक सौ से डेढ़ सौ छात्रों को फार्म भराया जा रहा है। प्रधानाध्यापक डा. राकेश कुमार रंजन कहते हैं कि प्रखंड मुख्यालय का उच्च स्तरीय विद्यालय हैं। जहां छात्र से अधिक छात्रा पढ़ने आती है। एक भी विषय के शिक्षक नहीं है। मध्य विद्यालय के शिक्षक से ही उच्च स्तरीय विद्यालय में शिक्षण कार्य लिया जाता है जबकि लगभग सभी उच्च स्तरीय विद्यालय में विज्ञान एवं खेल उपस्कर सरकारी स्तर पर उपलब्ध कराया गया है।
----
क्या कहते हैं बीईओ
कृष्ण कांत चौधरी कहते हैं की उच्च विद्यालय में शिक्षकों का पद स्थापन जिला स्तरीय अधिकारी के द्वारा किया जाता है। नियोजन के बाद शीध्र पदस्थापन किया जाएगा।