जागरण संवाददाता, मधेपुरा: अगस्त माह में अत्यधिक बारिश और बाढ़ के कारण जिले के तीन प्रखंडों में धान की फसल डूबने की वजह से प्रभावित हो गई थी। बारिश और बाढ़ के कारण किसानों को हुई क्षति का आंकलन कराने को लेकर कृषि विभाग की ओर से सर्वेक्षण कराया गया था।
कृषि विभाग के सर्वेक्षण में जिले के तीन प्रखंड के 30 पंचायतों में फसलों की क्षति की बात सामने आयी थी। इन 30 पंचायतों में कुल 11 हजार 537 हेक्टेयर में धान की फसल पूरी तरह से प्रभावित होने की रिपोर्ट राज्य कृषि मुख्यालय को कृषि विभाग की ओर से किया गया था। किसानों को हुई क्षति की रिपोर्ट के आधार पर राज्य सरकार ने कृषि इनपुट अनुदान देने की स्वीकृति प्रदान कर दी है। अब प्रभावित इलाके के किसान कृषि विभाग की वेबसाइट पर आन लाइन आवेदन कर कृषि इनपुट अनुदान योजना का लाभ ले सकते हैं। जिला कृषि पदाधिकारी राजन बालन ने बताया कि अगस्त माह में बारिश व बाढ़ के कारण जिले के आलमनगर, चौसा, पुरैनी 11 हजार 537 हेक्टेयर में धान की फसल पानी में डूबने की वजह से खराब हो गई थी। किसानों को हुए नुकसान की रिपोर्ट राज्य मुख्यालय को भेजी गई थी। कृषि कार्यालय के रिपोर्ट के आधार पर राज्य मुख्यालय ने अनुदान देने की स्वीकृति प्रदान कर दी है। अनुदान देने को लेकर प्रभावित इलाकों के किसानों से सात नवंबर से लेकर 22 तक आनलाइन आवेदन मांगा गया है। अनुदान को लेकर आवेदन करने वाले किसानों के आवेदन की जांच कर किसानों के बैंक खाते में राशि भेजी जाएगी।