दीपावली में पटाखा छोड़ते समय असावधानी पड़ सकती है भारी



जागरण संवाददाता, मधेपुरा: दीपावली को लेकर लोगों ने तैयारी शुरू कर दी है। दीपावली के मौके पर आतिशबाजी को लेकर लोगों में खासा उत्साह रहता है। लेकिन पटाखा जलाते समय सावधानी भी बरतनी चाहिए। ताकि त्यौहार की खुशी बरकरार रहे। दीया जलाते समय और पटाखे छोड़ते वक्त हल्की सी असावधानी से त्यौहार का आनंद फीका पड़ सकता है। पटाखे से निकलने वाली चिनगारी घातक हो सकती है। इसलिए पटाखा छोड़ते समय सावधानी बरतें। बच्चों को अपनी देखरेख में ही पटाखे छोड़ने की अनुमति दें।
चिकित्सकों ने दी अधिक आवाज वाले पटाखों से बचने की सलाह दीपावली पर पटाखा जलाने को लेकर चिकित्सकों ने एहतियात बरतने की सलाह ने दी है। मधेपुरा इमरजेंसी हास्पिटल के निदेशक डा. पंकज कुमार ने बताया कि अधिक आवाज वाले पटाखे से आपका कान का परदा क्षतिग्रस्त हो सकता है। पटाखे की आवाज से लोगों को बहरा भी बना सकता है। बरतें सावधानी -अधिक आवाज वाले पटाखे से बचें

छोटे बच्चे, बुजुर्ग, बीमार व गर्भवती महिलाएं पटाखे न चलाएं
-90 डेसिबल से नीचे की आवाज वाले पटाखे ही जलाएं -तेज आवाज से दिक्कत होने पर तत्काल चिकित्सक को दिखाएं -पटाख छोड़ते समय पानी की बाल्टी व जग पास में रखें -आंख में कुछ भी पड़ जाए तो ठंडे पानी से धोएं -चोट लगने पर तत्काल चिकित्सक से परामर्श लें
सदर अस्पताल में तैयार किया गया बर्न वार्ड दीपावली के दिन संभावित आकस्मिक घटना से निपटने को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने भी सारी तैयारी पूरी कर ली है। पटाखों से जलने वालों के लिए तात्कालिक बर्न वार्ड बनाया गया है। साथ ही सभी तरह की आवश्यक दवा और ड्रेसिग मेटेरियल की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। इसके अलावे दीपावली के दिन ड्यूटी पर रहने वाले चिकित्सक के अतिरिक्त अन्य चिकित्सकों की भी ड्यूटी लगाई गई है। ताकि किसी प्रकार की अनहोनी से जल्द निपटा जा सके। दीपावली में पटाखों से जलकर अस्पताल आने वाले मरीजों के लिए अस्पताल में एक वार्ड को बर्न वार्ड के रूप में चिन्हित कर रखा गया है। ताकि उस वार्ड में पटाखों से जलकर आये लोगों को रखकर इलाज किया जा सके। इसके अलावे आपरेशन थियेटर के कर्मी को भी तैयार रहने का निर्देश दिया गया है। अस्पताल उपाधीक्षक डा. डीपी गुप्ता ने बताया कि दीपावली के दिन पटाखों से होने वाली दुर्घटना से निपटने को लेकर सारी तैयारी पूरी कर ली गई है। जले व्यक्ति के इलाज हेतु अलग वार्ड चिन्हित कर रखा गया है। वार्ड में सभी तरह की सुविधा उपलब्ध करवा दिया गया है। पटाखों से जले हुए किसी व्यक्ति का इलाज करने को अस्पताल प्रशासन तैयार है।
दीपावली को लेकर विद्युत विभाग ने बनाया नियंत्रण कक्ष
दीपावली पर लोगों को निर्वाद्ध विद्युत आपूर्ति के लिए विद्युत विभाग ने सारी तैयारी पूरी कर लिया है। दीपावली के दिन विद्युत आपूर्ति बाधित ना हो इसलिए जहां जहां स्वीच एवं तार में खराबी था। उन सभी स्वीच और तार को विभाग ने बदलवा दिया है। विद्युत आपूर्ति व्यवस्था बाधित होने की स्थिति में उससे निपटने के लिए नियंत्रण कक्ष बनाया गया है। जहां अभियंता और विद्युत कर्मी 24 घंटे मौजूद रहेंगे। किसी उपभोक्ता द्वारा किसी प्रकार की शिकायत करने पर त्वरित निष्पादन किया जाएगा। विद्युत कार्यालय परिसर में नियंत्रण कक्ष बनाया गया है।नियंत्रण कक्ष का मोबाइल नंबर 9264456423 है, इस नंबर पर कोई भी बिजली उपभोक्ता आपूर्ति बाधित होने की शिकायत कर सकते है, जिस पर त्वरित कार्यवाई कर उसे ठीक करवा दिया जाएगा। विद्युत कार्यपालक अभियंता आपूर्ति अमित कुमार ने बताया कि दीपावली पर उपभोक्ता को 24 घंटे निर्वाद्ध विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था की गई है।आम दिनों में जहां 40 मेगावाट विधुत की खपत होती है।दीपावली को देखते हुए आपूर्ति को बढ़ाकर 45 मेगावाट कर दिया गया है।उन्होंने आम लोगों से अपील किया है कि दीपावली के दिन अपने बच्चों को बिजली उपकरण से दूर रखेंगे। बिजली का उपयोग पूरी सावधानी से करने का भी निवेदन किया है।

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