सहरसा। जिले में हो रहे पंचायत चुनाव को लेकर हजारों छात्र-छात्राओं का भविष्य अधर में लटक गया है। पंचायत चुनाव को लेकर ही जिला प्रशासन ने इनदोनों स्कूलों को चुनाव कार्य में अधिग्रहण कर लिया है। मतगणना कार्य सहित ईवीएम रखने के लिए दोनों स्कूलों को एक माह पहले ही पूरे स्कूल का उपयोग चुनाव कार्य में करने लगा है। पंचायत चुनाव जनवरी माह तक चलेगा। सितंबर माह से लेकर दिसंबर माह तक स्कूल में पठन पाठन सब ठप रहेगा। जबकि वर्ग दसवी में अध्ययनरत छात्र- छात्रा को अगले साल 2022 के फरवरी माह में ही बोर्ड की परीक्षा देनी होगी। अभिभावकों सहित छात्र- छात्राओं ने कहा कि आखिर बगैर पढ़ाई के बोर्ड परीक्षा कैसे उत्तीर्ण करेंगे। जिला प्रशासन को चाहिए कि जब इस समय स्कूल को अधिगहण कर रहे है तो किसी हाल या दूसरे जगहों पर स्कूल को शिफ्ट कर देना चाहिए। जिससे बच्चों की पढाई बाधित न हो। 12 दिसंबर 21 को नवहटटा प्रखंड का अंतिम पंचायत चुनाव है। इसके बाद ही विद्यालय के खाली करने की संभावना बनेगी। लेकिन यह भी जिला प्रशासन पर ही निर्भर है कि आखिर वह कब विद्यालया परिसर को अपने अधिग्रहण से मुक्त् करेंगे। जिला प्रशासन ने दोनों स्कूलों के प्रधान को पंचायत चुनाव को लेकर जुलाई माह में पत्र देकर विद्यालय अधिग्रहण करने की जानकारी दे दी थी। जिला प्रशासन ने स्कूल प्रधान को वैकल्पिक व्यवस्था की भी बात कही। लेकिन स्कूल के पास दूसरा कोई संसाधन नहीं रहने पर पठन पाठन पूरी तरह बंद कर दिया गया।
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19 अक्टूबर से इंटर का होगा टेस्ट
आगामी 19 अक्टूबर 21 से ही वार्षिक परीक्षा 2022 में इंटर की परीक्षा देनेवालों का टेस्ट होगा। परीक्षा की तिथि निकल चुकी है। अब स्कूल प्रधान के पास यह समस्या बनी है कि आखिर वह बच्चों का टेस्ट परीक्षा कहां पर लेंगे। जिला स्कूल का सारा कमरा को जिला प्रशासन द्वारा अधिग्रहण किया जा चुका है। गर्ल्स हाई स्कूल में पीछे वाले हिस्सा में दो कमरा बचा हुआ है। जिसमें प्राचार्य किसी तरह आफिशियल वर्क करते है। इन दिनों छात्रवृति सहित अन्य कार्य का फार्म भराया जा रहा है। इंटर के टेस्ट परीक्षा के बाद मैट्रिक का भी टेस्ट अक्टूबर- नवंबर माह में ही होगा।
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वैकल्पिक व्यवस्था करने का दिया गया निर्देश
जिला प्रशासन के निर्देश पर ही दोनों प्लस टू स्कूल को चुनाव कार्य के लिए अधिग्रहण किया गया है। बच्चों को एक्स्ट्रा क्लास देने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है।
जयशंकर प्रसाद ठाकुर, जिला शिक्षा पदाधिकारी