जिले में तीन लाख 94 हजार लोगों को मिल रहा है मुफ्त में खाद्यान्न

मधेपुरा ।कोरोना महामारी के दौरान सरकार द्वारा लगाए गए लाकडाउन की वजह से रोजगार से वंचित हुए गरीब लोगों के बीच मुफ्त खाद्यान्न अभी भी उपलब्ध कराया जा रहा है। जिले के विभिन्न प्रखंडों में तीन लाख 94 हजार एक लोगों को मुफ्त में खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है।

जानकारी के अनुसार, उजला राशन कार्डधारी पात्र लाभार्थी परिवार को सरकारी राशन दुकान से प्रति यूनिट पांच किलो अनाज दो किलो गेंहू और तीन किलो चावल नि:शुल्क अभी भी मिल रहा है।
अनाज वितरण में गड़बड़ी होने पर होती है कार्रवाई
लाभुकों को मिल रहे नि:शुल्क अनाज की गुणवत्ता को लेकर कहीं कहीं से शिकायत मिलने पर संबंधित अधिकारियों के द्वारा मिले शिकायत पर जनवितरण प्रणाली विक्रेता के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जा रही है। साथ ही खराब अनाज को बदल कर लाभार्थी को दूसरा अनाज दिया जा रहा है। नि:शुल्क अनाज वितरण के दौरान किसी किसी जगह से कम वजन दिए जाने की शिकायत भी अधिकारियों को जरूर मिल रहा है। मिले शिकायत पर विभाग के अधिकारी मामले की जांच करवा दोषी के खिलाफ कार्रवाई भी कर रहें हैं। वैसे पात्र लाभार्थी जो राशन कार्ड नही रहने के कारण उक्त लाभ से वंचित है। वैसे लोगों से आवेदन प्राप्त कर लगातार राशन कार्ड बनाने का कार्य किया जा रहा है। नया राशन कार्ड लगातार बनने के कारण प्रत्येक माह पात्र लाभार्थियों की संख्या बढ़ रही है। मार्च माह में पात्र लाभार्थी की संख्या-387074 थी। वह अगस्त माह में बढ़कर 394001 हो गई। इसी प्रकार लगातार लाभार्थी की संख्या बढ़ती जा रही है।
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मुफ्त में प्रत्येक माह वितरित लाभुकों की संख्या
अप्रैल : 387074
मई : 387724
जून : 389260
जुलाई : 392534
अगस्त : 394001
कोट अनाज की गुणवत्ता की शिकायत आने पर खराब अनाज को तुरंत बदल दिया जाता है। कम वजन की भी शिकायत मिली है। उन जगहों के जनवितरण प्रणाली विक्रेता के खिलाफ जांच का आदेश दिया गया है। जांच में आरोप सत्य पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जिनका राशन कार्ड नही बना है उनलोगों द्वारा प्राप्त आवेदन पर राशन कार्ड बनाने का काम जारी है। -नीरज कुमार, एसडीएम, मधेपुरा, सदर

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