सहरसा। यूनियन बैंक के हटियागाछी शाखा में आठ करोड़ के ऋण घोटाले में बैंक कर्मियों की गिरफ्तारी होगी। इसके अलावा इसमें संलिप्त बिचौलिये, घोटाले से संबंधित ई-रिक्शा एजेंसी के संचालक पर भी कार्रवाई होगी।
उक्त बातें गुरूवार को एसपी लिपि सिंह ने बताया। एसपी ने कहा कि गरीब और भूमिहीन लोगों के नाम पर फर्जी कागजात के सहारे ऋण का लेकर बंदरबांट किया गया है। इस मामले की गहराई से छानबीन की जा रही है और इस घोटाले में संलिप्त बिचौलिये और बैंककर्मियों की जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी। कहा कि गरीब और भूमिहीनों के नाम पर जिस प्रकार इस घोटाले को अंजाम दिया गया उससे यह साबित होता है कि यह खेल लंबे समय से चल रहा था।
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लोक अदालत में हुआ था खुलासा
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11 सितंबर को व्यवहार न्यायालय में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में सुलिदाबाद पंचायत से सैंकड़ों की संख्या में गरीब व भूमिहीन महिला-पुरुष पहुंचे। इन लोगों को यूनियन बैंक की हटियागाछी शाखा द्वारा लोन की राशि जमा करने के लिए नोटिस जारी किया गया था। इन लोगों ने जिला जज को अपनी कहानी सुनाते हुए कहा कि उन लोगों ने कभी लोन लिया ही नहीं और उन्हें बैंक ने नोटिस भेज दिया। इसी दौरान एक बिचौलिये बाना ठाकुर पर इन लोगों की नजर पड़ी और उसे पकड़ लिया। बाद में सभी सदर थाना पहुंचे और पकड़े गये बिचौलिये को सौंप दिया।