सहरसा । खरीफ मौसम के समय यूरिया व अन्य खाद की कालाबाजारी रोकने के लिए सरकार के जीरो टालरेंस नीति के तहत लगातार कार्रवाई चल रही है। पर्याप्त खाद रहने के बावजूद खाद विक्रेता अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे थे। जिला कृषि पदाधिकारी दिनेश प्रसाद सिंह द्वारा कनीय अधिकारियों व कर्मियों के सहयोग से जब कार्रवाई तेज की गई, तो अनियमितता पर काबू किया जा सका है। अनियमितता के आरोप में जिले के नौ उवर्रक बिक्रेताओं पर मामला दर्ज कराया है। जबकि एक पर केस दर्ज कराने की कार्रवाई चल रही है। इससे पूर्व विभाग द्वारा आठ दुकानदारों की अनुज्ञप्ति रद कर दिया गया और दो को निलंबित कर दिया गया। जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि उर्वरक विक्रेताओं द्वारा किसानों को सुलभ एवं निर्धारित दर पर उचित मात्रा में उर्वरक उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। बावजूद इसके जो दुकानदार आदेश की अवहेलना कर रहे हैं, जांचोपरांत ऐसे लोगों पर कार्रवाई जारी है। इसमें अनियमितता को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कहा कि जहां से भी शिकायतें प्राप्त होगी, वहां त्वरित कार्रवाई की जाएगी। चोरनियां के किसान अभिनंदन यादव ने कहा कि पहले खाद दुकानदारों द्वारा खाद देने के नाम पर कई तरह का बहाना बनाया जाता था, अब किसानों को जरूरत के मुताबित निर्धारित दर पर खाद मिल रहा है। साहपुर के कामेश्वर साह का कहना है कि पहले खाद विक्रेता मधेपुरा में रैक लगने का बहाना बनाकर 20 से 50 रुपये बैंग अधिक राशि की वसूल करते थे, अब वह स्थिति नहीं है। इसबार किसान कोई भी परेशानी होने पर कृषि विभाग के अधिकारी को फोन करते हैं, तो त्वरित कार्रवाई की जा रही है। कुल मिलाकर जिले में वर्तमान समय में खाद की कालाबाजारी नियंत्रण में है।