मधेपुरा। चुनावी अधिसूचना जारी होते ही ग्रामीण क्षेत्र में अब पंचायत चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज होने लगी है। पंचायती राज के विभिन्न पदों पर चुनाव लड़ने वाले निवर्तमान व नए संभावित उम्मीदवारों ने अपनी जीत को लेकर ताल ठोकना शुरू कर दिया है।
जिला परिषद, मुखिया, सरपंच, पंचायत समिति सदस्य, वार्ड सदस्य से लेकर पंच पद के लिए संभावित उम्मीदवारों की चहलकदमी शुरू हो चुकी है। विभिन्न पंचायतों में संभावित उम्मीदवार सोशल मीडिया के भी माध्यम से प्रचार-प्रसार करने लगे हैं। पुराने के साथ-साथ नए चेहरे भी ताल ठोकने को आतुर हैं। यहां 10 वें चरण आठ दिसंबर को होने वाले पंचायत चुनाव को लेकर गांवों में चर्चाएं भी तेज होने लगी है।
मालूम हो कि राज्य निर्वाचन आयोग के जारी अधिसूचना के अनुसार इस बार पंचायत चुनाव के दौरान दुर्गा पूजा, दीपावली व महापर्व छठ भी होने हैं। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि चुनाव के दौरान होने वाले पर्व काफी उत्साहजनक होगा। निवर्तमान जनप्रतिनिधियों से लेकर पुराने दावेदारों के बीच नए-नए दावेदार भी सामने आने लगे हैं। राजनीतिक व सामाजिक कार्यकर्ता भी पंचायत चुनाव के दंगल में कूदने को तैयार हैं। कुल मिलाकर पंचायतों में चुनाव को लेकर चौपाल सजने लगे हैं। इन चौपाल में ग्रामीण कर्मठ और ईमानदार प्रत्याशी को वोट देने का मन बना रहे हैं। इससे चुनाव जीतने वाले प्रत्याशी ग्रामीण क्षेत्र का चहुंमुखी विकास कर सके। चाय-पान की दुकानों से लेकर चौक-चौराहों पर संभावित उम्मीदवारों की चर्चाएं हो रही हैं। संभावित उम्मीदवार वोटरों का मन टटोल रहे हैं। वर्तमान जनप्रतिनिधियों के कार्यप्रणाली की जहां खूब चर्चाएं हो रही है। वहीं विरोधी उनके खामियों को गिनाने में भी एक कदम आगे चल रहे हैं। गौरतलब हो कि प्रखंड क्षेत्र में एक जिला परिषद सदस्य, 12 पंचायत समिति सदस्य, नौ मुखिया व सरपंच तथा 117 वार्ड सदस्य एवं पंच का चुनाव कराया जाएगा। इसके लिए प्रखंड क्षेत्र की नौ पंचायतों में 117 सामान्य व छह सहायक सहित कुल 123 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।