सहरसा। कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों के प्रबंधन के लिए सामुदायिक स्तर पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सोमवार को जिले के आशा, एएनएम, आरबीएसके टीम समेत अन्य को प्रशिक्षण दिया गया।
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कोरोना की तीसरी लहर आने की है आशंका, बच्चों के लिए हानिकारक
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सिविल सर्जन डा. अवधेश कुमार ने बताया ऐसी आशंका व्यक्त की जा रही है कि यदि कोरोना की तीसरी लहर आयेगी तो उसमें बच्चों के कोरोना से संक्रमित होने का खतरा अधिक है इसलिए संभावित कोरोना की तीसरी लहर से पहले बच्चों की देखभाल एवं प्रबंधन के लिए सामुदायिक स्तर पर काम करने वाले कार्यकर्ताओं जैसे- आशा, एएनएम, आरबीएसके टीम, आरकेएसके पीर प्रशिक्षक एवं काउंसलर, प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक, जिला सामुदायिक उत्प्रेरक आदि को वर्चुअल प्रशिक्षण दिया गया जिसका मुख्य उद्देश्य फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं के बीच सामुदायिक स्तर पर कोरोना प्रबंधन की समझ विकसित करना, अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं आशा/एएनएम को खतरे के संकेत और बीमार बच्चे को कब रेफर करना है इसके बारे में शिक्षित किया जाना है। बाल चिकित्सा मामलों के समुदाय आधारित प्रबंधन पर राज्य स्तरीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम के तहत जिले के संबंधितों कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया गया।
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जारी है टीकाकरण
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सीएस ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर के समय से ही कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम जारी है। यदि कोरोना की तीसरी लहर आती है तो 18 वर्ष से कम आयुवर्ग के लोगों को आसानी से संक्रमित कर सकती है। उन्होंने 18 वर्ष से उपर के सभी से कोरोना टीका लेने का आग्रह किया।