मधेपुरा। जिले के स्कूलों में शैक्षणिक गुणवत्ता बनाए रखने के लिए अब प्रतिदिन स्कूलों की मानिटरिग होगी। इसके लिए टीम का गठन किया गया है जो स्कूल की स्थिति पर नियमित रूप से क्षेत्रिय शिक्षा उपनिदेशक को रिपोर्ट देगी। रिपोर्ट के आधार पर शिक्षकों पर एक्शन होगा। सर्व शिक्षा अभियान कार्यालय द्वारा जारी पत्र में निर्देश जारी होते ही स्कूलों में हड़कंप मच गया है। एसएसए के डीपीओ राशीद नवाज ने बताया कि प्रथम चरण में माध्यमिक व उच्च माध्यमिक स्कूलों की मानिटरिग की जाएगी। बाद में मिडिल व प्राइमरी स्कूलों में भी इस तरह की व्यवस्था होगी।
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डीपीओ का कहना है कि इससे स्कूलों में गुणवत्ता शिक्षा में बढ़ोत्तरी होगी वहीं छात्रों का स्कूल के प्रति लगाव बढ़ेगा। डीईओ ने बताया कि जिले में 181 उत्तक्रमित हाई स्कूल, हाई स्कूल व उच्च माध्यमिक स्कूल है। कोरोना के कारण बंद स्कूल खुलने के बाद विद्यालय को पटरी पर लाना बड़ी चुनौती है। डीपीओ से लेकर बीआरपी तक करेंगे निरीक्षण बिहार माध्यमिक शिक्षा निदेशक के निर्देश पर शुरू होने वाले इस मानिटरिग में डीपीओ से लेकर बीआरपी तक शामिल होंगे। प्रतिदिन होने वाले मानिटरिग के दौरान डीपीओ, बीईओ व बीआरपी सुनिश्चित करेंगे कि विद्यालय समय पर खुलने के साथ शिक्षक समय पर मौजूद हैं या नहीं। इसके अलावा छात्रों से क्रास टाक किया जाएगा ताकि विद्यालय में होने वाली गतिविधियों की सही जानकारी मिल सके। जानकार बताते हैं कि पहले भी इस तरह के पत्र निकलते रहे हैं लेकिन इस बार विभाग ने तकनीकि दृष्टकोण अपनाया है। निरीक्षण के दौरान बच्चों की पढ़ाई की क्या स्थिति रही, ताकि अगले बार निरीक्षण में आकलन किया जा सके।
प्रतिदिन होगा स्कूलों का निरीक्षण निरीक्षण के दौरान बीईओ व बीआरपी वर्ग नौ से 12वीं तक के छात्र छात्राओं का नामांकन व उपस्थिति के अलावा विद्यालय में पदस्थापित शिक्षकों की संख्या एवं उपस्थित शिक्षकों की संख्या के साथ अनुपस्थित शिक्षकों के संबंध में अनुपस्थिति के विधि सम्मत कारण सहित प्रतिवेदन प्रतिदिन एक बजे अपराह्न तक प्राप्त कर उसी तारीख में क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक के माध्यम से विभाग को उपलब्ध करा देना है। निरीक्षण का प्रतिवेदन विहित प्रपत्र एक में प्राप्त करने हेतु पांच एसएसए के कर्मी की प्रतिनियुक्ति की गई है। पूरे कार्यक्रम का लीड एसएसए के समन्वयक मनोज कुमार करेंगे। वहीं लिपिक पवन कुमार मेहता, कार्यक्रम सहायक प्रदीप कुमार, कनीय अभियंता रूपेश रंजन तथा प्रखंड साधन सेवी मनीष कुमार भी साथ रहेंगे। सभी कर्मी माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालय से संबंधित दैनिक प्रतिवेदन एक बजे तक पवन कुमार मेहता, प्रदीप कुमार, रूपेश कुमार और मनीष कुमार प्राप्त कर गुणवत्ता समन्वयक मनोज कुमार को विहित प्रपत्र में प्रतिदिन उपलब्ध कराएंगे। उपरांत मनोज कुमार द्वारा समेकित एक प्रतिवेदन क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक कोसी प्रमंडल सहरसा एवं राज्य कार्यालय को चार बजे तक हर हाल में उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे। इसके तहत प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी एवं प्रखंड साधन सेवी को प्रतिदिन कम से कम 3 विद्यालयों का क्षेत्र भ्रमण एवं शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित कराएंगे।
कोट गुणवत्ता शिक्षा के तहत हमलोगों ने राज्य के निर्देश पर नियमित मानिटरिग का निर्णय लिया है। अनुपस्थित शिक्षक किसी भी कीमत नहीं बख्शे जाएंगे। -वीरेंद्र नारायण यादव,
डीईओ, मधेपुरा