अब रात्रि में मटेश्वरधाम मंदिर परिसर में नहीं होगी खोदाई

सहरसा। सोमवार को जिलाधिकारी कौशल कुमार ने मिनी बाबाधाम के नाम से प्रसिद्ध बाबा मटेश्वर धाम मंदिर पहुंचकर मंदिर निर्माण के क्रम में खोदाई के दौरान मिले दो सूर्य भगवान एवं एक माता सरस्वती की प्रतिमाओं का अवलोकन किया। मूर्ति को मंदिर कार्यालय में रखे बक्से से निकलवा कर तत्काल मंदिर कमेटी को मूर्ति को सुरक्षित रखने का निर्देश दिया।

जिलाधिकारी ने एसडीओ बीरेंद्र कुमार से मंदिर और मंदिर कमेटी के विषय में विस्तार से जानकारी ली। अनुमंडल पदाधिकारी ने बताया कि बाबा मटेश्वरधाम 22 एकड़ जमीन के मध्य में स्थित है और इस भूगर्भ में अनगिनत अमूल्य धरोहर छिपा हुआ है। बाबा मटेश्वरधाम का शिवलिग भी अद्वितीय, अदभूत और अनोखा है।

जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि विगत दिनों से मंदिर परिसर में जो निर्माण कार्य चल रहा था जिसमें नींव की खोदाई के दौरान मिली तीनों प्रतिमाएं जिसको यहां के 11 सदस्य कमेटी के टीम के संरक्षण में रखा गया है, इसकी सूचना पुरातत्व विभाग को दे दी गई है। इसको लेकर सचिव से बात भी हुई है। वहीं स्थानीय बलवाहाट ओपी थाना को कहां गया है कि यहां रात्रि में खुदाई का काम नहीं हो। खोदाई का कार्य दिन में हो ताकि खोदाई के दौरान जो अवशेष मिलते हैं तो उसे संरक्षित रखा किया सके। कालांतर में यहां पुरातत्व विभाग की टीम आएगी और अध्ययन करेगी और उसके विकास के कार्य को आगे बढ़ाया जाएगा। कारू खिरहर संग्रहालय जो स्थायी रूप से चल रहा है जिसमें मिले मूर्ति को वहां पर रखने का विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कारू खिरहर संग्रहालय निर्माण कार्य का प्रस्ताव भेजा जा चुका है। इसके निर्माण को लेकर 72 डिसमिल जमीन स्थानांतरित की जा चुकी है और नया संग्रहालय के बन जाने से जिले मे अब तक मिले पौराणिक वस्तुएं और प्रतिमाएं मिली है उसे एक साथ रख संरक्षित किया जाएगा। वही मौके पर ओपी अध्यक्ष गुड्डू कुमार, पुअनि सत्यनारायण पासवान,सअनि सत्येन्द्र सिंह, सअनि दिलीप सिंह, उपाध्यक्ष सत्यनारायण सिंह, सचिव जगधर यादव, मुन्ना भगत, रामावतार यादव, विनोद सिंह, दीपक सिंह, अरविद यादव रामप्रवेश राय कृष्ण कन्हैया, सौरभ सहित अन्य लोग मौजूद थे।

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