सहरसा। सोमवार को समाहरणालय सभागार में जिलास्तरीय समीक्षा समिति एवं परामर्शदात्री समिति की चतुर्थ तिमाही (मार्च, 2021) तक की समीक्षा बैठक हुई। जिलाधिकारी कौशल कुमार की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में सभी योजनाओं की गहन समीक्षा करते हुए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। वित्तीय वर्ष 2020-21 में सहरसा जिला को वार्षिक साख योजना के लक्ष्य के अनुरूप 78 प्रतिशत उपलब्धि मिली, जो राज्यस्तर के 83 फीसद से तुलनात्मक अवधि में मामूली कम रहा।
प्रधानमंत्री स्वरोजगार ऋण योजना (पीएमईजीपी) के तहत 2021-22 में 90 लाभुकों के लिए विभिन्न बैंकों को डीएम द्वारा लक्ष्य प्रदान किया गया। उपविकास आयुक्त को इस योजना का प्रतिमाह समीक्षा करने का निर्देश दिया गया। डीएम ने कहा कि यह बेरोजगारों को रोजगार प्रदान करने के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना है। इसपर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने चालू वित्तीय वर्ष में सभी योजनाओं के लक्ष्य को शत-प्रतिशत पूरा करने का निर्देश बैठक में अग्रणी बैंक प्रबंधक रंजन कुमार झा ने मत्स्यपालन प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना, पशुपालन, गव्य विकास योजना आदि के सभी लंबित आवेदन की स्वीकृति कर ऋण वितरण पर विशेष बल दिया। भारतीय स्टेट बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक विनोद कुमार सिंह और यूबीजीबी के क्षेत्रीय प्रबंधक ने आगामी तिमाही में बढ़- चढ़कर हिस्सा लेने की बात कही। बैठक में सांसद प्रतिनिधि अंजुम हुसैन, डीडीएम नाबार्ड पंकज कुमार, मत्स्य, पशुपालन आदि विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
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