मधेपुरा। कोरोना संक्रमण ग्रामीण इलाकों में भी तेजी से फैलने लगा है। लॉकडाउन के बावजूद संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। इसके बावजूद आमलोग लापरवाह बनकर बने हुए हैं। निर्धारित समय पर जरूरी सामान के लिए बाजार खुलते ही लोगों की काफी संख्या में भीड़ उमड़ पड़ती है। इस दौरान आमलोग मास्क तो जरूर पहन रहे हैं। लेकिन शारीरिक दूरी का ख्याल करना भूलते जा रहे हैं।
मालूम हो कि सुबह 10 बजे बाजार बंद होने के बाद भी लोग सड़कों पर पैदल या बाइक से घूमते रहते हैं। पुलिस द्वारा रोक-टोक किए जाने पर तरह-तरह के बहाने बनाने लगते हैं। कोई जेब से दवा का स्ट्रिप तो कोई अस्पताल या फिर इमरजेंसी का बहाना बनाते हैं। कोरोना संक्रमण का आलम यह है कि शहरी इलाके से लेकर ग्रामीण इलाके तक मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि देखी जा रही है, जिसे लेकर स्थानीय प्रशासन द्वारा लगातार लोगों के बीच जागरुकता अभियान चलाकर घरों में रहने व संक्रमण से बचाव व सुरक्षा की अपील की जा रही है।
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बिहारीगंज में 11 लोग मिले कोरोना पॉजिटिव
मधेपुरा। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिहारीगंज में शनिवार को 125 लोगों की एंटीजन जांच में 11 पॉजिटिव मिले। 47 लोगों के सैंपल आरटीपीसीआर जांच के लिए मेडिकल कॉलेज मधेपुरा भेजे गए हैं। इसकी जानकारी सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. समीर कुमार दास ने दी है। जेल में बंदियों को दिया गया वैक्सीन
मधेपुरा। उदाकिशुनगंज अनुमंडल मुख्यालय स्थित उपकारा के बंदियों को शनिवार को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीन दी गई। शनिवार को 15 पुरुष और दो महिला बंदियो को वैक्सीन दी गई। इससे पहले 30 अप्रैल को आठ पुरुष और दो महिला बंदी को वैक्सीन दी गई थी। सबों को पहला डोज दिया गया है। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. इंद्रभूषण कुमार ने बताया कि बंदियों को टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम भेजी गई। जेल परिसर में शिविर लगाकर वैक्सीन दिया गया। मौके पर कारा उपाधीक्षक व अन्य अधिकारी मौजूद थे।
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