लखीसराय। कहने को तो सदर अस्पताल में पांच स्त्री रोग विशेषज्ञ पदस्थापित हैं परंतु महिला चिकित्सक के ड्यूटी से फरार रहने के कारण मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। शुक्रवार को सदर अस्पताल में महिला चिकित्सक के नहीं रहने के कारण दुष्कर्म पीड़िता को मेडिकल जांच कराने के लिए दो घंटे तक इंतजार करना पड़ा।
पीरी बाजार थाना क्षेत्र में विगत दस वर्षों से यौन शोषण की यातना झेल रही एक महिला ने अपनी 12 वर्षीया पुत्री के साथ जबरन यौन संबंध बनाने का प्रयास करने पर अपना आपा खोया। इसके बाद वह संबंधित पुरुष के विरुद्ध दुष्कर्म का मामला दर्ज कराने को विवश हुई। शुक्रवार को महिला थानाध्यक्ष रीता कुमारी के नेतृत्व में पुलिस दुष्कर्म पीड़िता की मेडिकल जांच कराने सदर अस्पताल लेकर आई। सदर अस्पताल में रोस्टर ड्यूटी के मुताबिक डॉ. ज्योत्सना की ड्यूटी थी पर वे मौजूद नहीं थीं। उस वक्त ड्यूटी पर मौजूद डॉ. आनंद शंकर शरण ने दुष्कर्म पीड़िता की मेडिकल जांच करने से साफ इन्कार कर दिया। उन्होंने कहा कि कोई महिला चिकित्सक ही दुष्कर्म पीड़िता की मेडिकल जांच कर सकती है। इसके बाद महिला थानाध्यक्ष रीता कुमारी पीड़िता के साथ दो घंटे तक अस्पताल में बैठी रहीं। महिला थानाध्यक्ष के काफी आग्रह के बाद ड्यूटी पर मौजूद डॉ. आनंद शंकर शरण सिंह ने दो ग्रेड नर्स के सहारे दुष्कर्म पीड़िता की मेडिकल जांच की। सदर अस्पताल के प्रबंधक डॉ. नंद किशोर भारती की मानें तो डॉ. ज्योत्सना के ड्यूटी से अनुपस्थित रहने के कारणों का पता लगाकर इसकी जानकारी वरीय पदाधिकारियों को दी जाएगी।
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