सहरसा। लोकसभा में पेश किये गये बजट को भाजपा नेताओं ने गांव, गरीब व युवाओं का बजट बताया। कहा कि इस बजट से आत्मनिर्भर भारत व बिहार बनेगा। हर क्षेत्र में क्रांति आएगी। आम लोगों के चेहरे पर खुशहाली आएगी।
शनिवार को स्थानीय परिसदन में बजट पर परिचर्चा के दौरान बिहार सरकार के कला, संस्कृति, युवा व खेल मंत्री डा. आलोक रंजन ने कहा कि बजट में शिक्षा, ग्रामीण विकास, कृषि, उद्योग के अलावा सभी क्षेत्रों को शामिल किया गया है। आत्मनिर्भर भारत व आत्मनिर्भर बिहार बनाने की पहल हुई उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में 137 फीसद की बढ़ोत्तरी की गई है। कोविड वैक्सीन के लिए 25 हजार करोड़ का आवंटन किया गया है। बिहार के 13 जिलों में इंटीग्रेटेड जांच लैब की स्थापना की जाएगी। सभी जिलों के अस्पताल में क्रिटिकल केयर यूनिट स्थापित होगी। शिक्षा के क्षेत्र में भी 50 फीसद बढ़ोत्तरी की गई है। देशभर के 15 हजार विद्यालयों को आदर्श बनाया जाएगा। एससी वर्ग के छात्रों के लिए 35 हजार करोड़ की छात्रवृति तय की गई है। भाजपा जिलाध्यक्ष दिवाकर सिंह ने बजट पर चर्चा करते हुए कहा कि बजट में उद्योग के क्षेत्र में भी कई कार्य का प्रावधान किया गया है। स्टील पर कस्टम ड्यूटी घटा दी गई है ताकि लागत कम हो सके। फसल बीमा योजना में बढ़त की गयी है। देशभर की मंडियां अन इ नेम से जोड़ दी जाएगी और कृषिक अपने उत्पाद भारत के किसी भी क्षेत्र में बेहतर मूल्य पर बेच सकेंगे। परिचर्चा के दौरान अति पिछड़ा मोर्चा के जिलाध्यक्ष डा. विजयशंकर, जिला महामंत्री दिनेश प्रसाद यादव, जिला सह मीडिया प्रभारी रंजीत चौधरी, वाणिज्य प्रकोष्ठ के मनीष चौधरी, सिको सिंहा, सिद्धार्थ सिंह सिद्धू, प्रवक्ता विनय झा ने कहा कि बजट में उत्तरप्रदेश के बाद बिहार दूसरा सबसे अधिक राशि पाने वाला राज्य बना है। बिहार को अनुदान के रूप में 53 हजार 825 करोड़ रुपये मिलेंगे।
शॉर्ट मे जानें सभी बड़ी खबरें और पायें ई-पेपर,ऑडियो न्यूज़,और अन्य सर्विस, डाउनलोड जागरण ऐप