मधेपुरा। जनसरोकार से जुड़े रहने वाले दैनिक जागरण समाचार पत्र ने एक बार फिर लोगों के हित में बड़ा काम किया है। नहरों में कचरा फेंके जाने के मामले को जागरण ने प्रमुखता से उठाया। कचरा फेंके जाने से महामारी फैलने की आशंका के बीच एसडीएम राजीव रंजन कुमार सिन्हा ने बड़ा कदम उठाया है।
उन्होंने खबर पर खुद संज्ञान लेते हुए अंचलाधिकारी से जांच प्रतिवेदन मांगा। अंचलाधिकारी के जांच प्रतिवेदन मिलने के बाद एसडीएम सिन्हा ने खुद की अध्यक्षता में बैठक बुलाई। बैठक में उदाकिशुनगंज के बीडीओ प्रभात केसरी, अंचलाधिकारी विजय कुमार राय, किशुनगंज पंचायत के मुखिया संजीव झा, पंचायत सेवक व अन्य अधिकारी मौजूद थे। अनुमंडल पदाधिकारी उदाकिशुनगंज की अध्यक्षता में समीक्षाबैठक की गई। बैठक की कार्यवाही उपस्थिति पंजी के अनुसार की गई। अनुमंडल पदाधिकारी उदाकिशुनगंज द्वारा बैठक में उपस्थित प्रखंड विकास पदाधिकारी, प्रभारी पंचायत राज पदाधिकारी उदाकिशुनगंज, मुखिया, पंचायत सचिव किशनगंज पंचायत का सर्वप्रथम स्वागत किया गया।
प्रस्ताव संख्या एक के जरिए अनुमंडल पदाधिकारी उदाकिशुनगंज द्वारा बताया गया कि दैनिक समाचार पत्र में खबर प्रकाशित हुई थी कि मुख्यालय के संरयुग चौक, पटेल चौक के बीच से कॉलेज चौक जाने वाली नहर में प्राइवेट निजी क्लीनिक, दुकानदारों व अन्य लोगों द्वारा कचरा फेंका जाता है। इसके बाद एसडीएम ने दिनांक 26 नवंबर को अंचलाधिकारी को पत्र लिखकर स्थिति स्पष्ट करने को कहा। उसके बाद अंचलाधिकारी ने अपनी जांच रिपोर्ट समर्पित की। जांच रिपोर्ट में उल्लेख किया कि विभाग के अधिकारी और क्षेत्रीय पदाधिकारियों द्वारा देख रेख नहीं किए जाने से लोग नहरों में कचरा फेंक रहे हैं। वही बताया कि कतिपय लोगों ने कई जगहों पर नहर का अतिक्रमण कर रखा है। जांच रिपोर्ट में आगे उल्लेख है कि कचरा प्रबंधन का कार्य करने का प्रावधान है। इस संबंध में सचिव ग्राम पंचायत के मुखिया को अविलंब कार्रवाई हेतु निर्देशित किया गया। प्रखंड विकास पदाधिकारी उदाकिशुनगंज से अनुमंडल पदाधिकारी ने अतिक्रमण की स्थिति में सिचाई विभाग के कार्यपालक अभियंता, सहायक अभियंता को सूचित करने को कहा। ताकि भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया जा सके। इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी उदाकिशुनगंज को निर्देशित किया गया कि कचरा फेंकने वाले निजी क्लीनिक, मोटर गैरेज व अन्य लोगों को को नोटिस भेजा जाए।
मुखिया किशुनगंज ने बताया कि पूर्व में निजी जमीन पर कचरा प्रबंधन काम हो रहा था। अब निजी जमीन पर कचरा रखने की जगह नहीं मिली। जिस कारण कार्य बाधित है। इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी ने बताया कि ठोस और सूखा कचरा प्रबंधन के लिए प्रस्ताव तैयार कर विभाग को भेजा जा चुका है। योजना को लेकर पत्र लिखा गया है। स्वीकृति मिलने पर कचरा प्रबंधन का काम शुरू कर दिया जाएगा।
इस संबंध में एसडीएम ने कहा कि जब तक प्रस्ताव की स्वीकृति नहीं मिलती है तब तक बीडीओ उदाकिशुनगंज की अध्यक्षता में कचरा प्रबंधन के लिए कमेटी बनाई जाती है। तत्काल पंचायत की उपलब्ध राशि से सरकारी जमीन के बिदु पर कचरा प्रबंधन के लिए एक सप्ताह में प्रस्ताव तैयार कर रिपोर्ट समर्पित करने को कहा गया। बीडीओ की अध्यक्षता में बनी कमेटी में अंचलाधिकारी, प्रभारी पंचायत राज पदाधिकारी, मुखिया और पंचायत सेवक को शामिल किया गया है। दरअसल 26 नवंबर को दैनिक जागरण समाचार पत्र में नहरों में कचरा फेंके जाने से महामारी की आशंका शीर्षक नाम से खबर प्रकाशित हुई थी। खबर में जिक्र किया गया कि उदाकिशुनगंज अनुमंडल क्षेत्र से होकर गुजरने वाली नहरें इन दिनों कचरे से भरी है। मुख्यालय के सरयुग चौक व पटेल चौक के बीच व वाईपास जानें वाली कॉलेज चौक सड़क के नहर पुल के पास दोनों तरफ आसपास के प्राइवेट निजी क्लीनिक, गैरेज, दुकान अन्य जगह का कचरा सुबह से लेकर देर रात तक लोगों द्वारा फेंका जाता है। इससे आते-जाते लोगों को दुर्गंध का सामना करना पड़ता है।
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