मधेपुरा। सात निश्चय योजना में सबसे महत्वपूर्ण हर घर नल का शुद्ध जल उपलब्ध कराना है, लेकिन संबंधित अधिकारी व ठेकेदार ने सात निश्चय योजना पर पानी फेर दिया है। उदाकिशुनगंज प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत कई गांवों में नल जल योजना के तहत हो रहे काम इतनी धीमी गति से कराया जा रहा है कि ग्रामीणों में आक्रोश सुलगने लगा है। मालूम हो कि प्रखंड के कुछ पंचायतों के वार्डों में काम पूर्ण किए गए नल जल योजना बनने के साथ ही खराब हो रहे हैं। कहीं अब तक बनी ही नहीं। उसमें भी कुछ बनी योजना आधी अधूरी छोड़कर ठिकेदार फरार है। इससे जाहिर होता है कि सात निश्चय योजना की महत्वपूर्ण और जनपयोगी हर घर नल का जल देने की योजना विभाग की लापरवाही और ठेकेदारों की मनमानी से लोगों को पानी देने में विफल है। बताया जाता है कि इस योजना के तहत सभी को पानी मिलने की योजना पर ठेकेदारों के स्वार्थ का काला बादल छाया है। स्थानीय ग्रामीण आशीष कुमार बबलू, राजकुमार सिंह, विभु सिंह, अखिलेश सिंह, मिठ्ठू मंडल, सोनू कुमार ने बताया जाता है कि प्रखंड के सहजादपुर, नयानगर, खाड़ा आदि पंचायत में नल जल योजना के तहत बोरिग के साथ साथ सड़क के किनारे पाइप बिछाया गया है। लेकिन छह माह से अधिक से ठिकेदार काम बंद कर फरार बताया जा रहा है। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि ठेकेदार आधा अधूरा काम छोड़कर फरार है। कई बार विभाग के अधिकारी को इस बाबत जानकारी देने के बावजूद भी काम पूर्ण नहीं किया गया। जबकि बुधमा पंचायत के के वार्ड संख्या पांच के सुबोध चौधरी उर्फ गनगन, शशिभूषण प्रसाद सिंह, नवकान्त झा, रूदल मुखिया आदि ने बताया कि कई माह पूर्व हमलोगों के घरों में टोटी तो लगा दिया है। लेकिन पानी का सप्लाई ही नहीं आता है। इससे आज भी यहां के लोग आयरन युक्त पानी पीने को विवश हैं।
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