सहरसा। किसानों को उन्नत खेती के लिए प्रेरित करने और महाजनों के चंगुल से मुक्त कराने के लिए सरकार ने किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) की व्यवस्था तो की, परंतु कोसी क्षेत्र में यह आम किसानों के काम नहीं आ रहा है। सुविधाभोगी और संपन्न किसानों को भले ही क्रेडिट कार्ड की सुविधा मिल रही है। वहीं बैंकों की मनमानी और उदासीनता के कारण छोटे और मंझोले किसान को इस योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। फलस्वरूप किसान महाजनों के चंगुल में फंसकर अपनी खेती की सारी आमदनी गंवाने के लिए मजबूर होते हैं। चालू वित्तीय वर्ष के प्रारंभ होने के समय ही प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना के वर्तमान में सहरसा जिले के एक लाख 71 हजार किसानों को कृषि का बीमा भी किए जाने की रणनीति बनी थी ताकि फसल की बर्बादी पर उन्हें मुआवजा भी मिल सके, लेकिन बैंकों की मनमानी के कारण जिले के अधिकांश किसान इस सुविधा से वंचित हैं।
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प्रावधान के अनुसार नहीं मिलता है लाभ
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जिला साख एवं परामर्शदात्री समिति ने विभिन्न फसलों के लिए केसीसी का दर निर्धारित कर रखा है, परंतु उसके अनुरूप किसानों को क्रेडिट कार्ड नहीं मिल पाता। चालू वित्तीय वर्ष में गरमा धान के लिए 57 हजार, अगहनी के लिए 51 हजार दो सौ, गेहूं के 45 हजार एक सो, मूंग के लिए 28 हजार छह सौ,खरीफ मक्का के लिए 54 हजार 300, रबी मक्का के लिए 60 हजार 200, आलू के लिए 76 हजार 800, प्याज के लिए 75 हजार 600, टमाटर के लिए 84 हजार 500, सरसों के लिए 51 हजार 800, सब्जी के लिए 99 हजार 600, सूर्यमुखी के लिए 91 हजार 900 तथा मखाना के लिए एक लाख 22 हजार एक सौ रुपए प्रति हेक्टेयर केसीसी का लाभ देने का प्रावधान है, परंतु बैंक अपनी मर्जी के अनुसार किसानों को इसका लाभ देता है। प्रधानमंत्री सम्मान योजना के तहत क्रेडिट कार्ड से आच्छादित करने से किसानों को प्रावधान के अनुसार लाभ देने का सरकार ने निर्णय लिया। इसके अनुसार प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना के डाटा के आधार पर ही बीमा किया जाना है, परंतु बैंक सरकार के इस निर्देश की भी अवहेलना कर रहा है जिससे किसान लाभांवित नहीं पा रहे हैं।
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केसीसी में लक्ष्य के विरूद्ध नहीं मिलती उपलब्धि
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जिला साख एवं परामर्शदात्री समिति ने जिले में कार्यरत 21 बैंकों के 90 शाखाओं किसान क्रेडिट कार्ड में चालू वित्तीय वर्ष में 12 हजार 243 नया और 21 हजार 821 नवीकरण का लक्ष्य रखा है। बैंकों की मनमानी के कारण इस लक्ष्य को पूरा करना बेहद कठिन प्रतीत होता है। किसान सम्मान योजना के सभी लाभुकों को इससे जोड़े जाने के कारण बड़ी संख्या में किसान इससे लाभांवित हो सकते हैं, परंतु बैंकों को इसमें भी रूचि नहीं है।
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कोट
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प्रावधान के अनुसार केसीसी के सभी लाभुकों को क्रेडिट कार्ड का लाभ दिया जाना है, परंतु बैंक इस मामले में उदासीन है। डीएम स्तर से शीघ्र ही सभी बैंकों के वरीय अधिकारियों को इस संबंध में पत्र भेजा जाएगा।
दिनेश प्रसाद सिंह
जिला कृषि पदाधिकारी, सहरसा।
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