वीनर एवं रनर समेत दो को छोड़ सबकी जमानत जब्त

बक्सर : बिहार विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद जिले की चारों सीटों पर महागठबंधन चुनाव जीत गया। लेकिन इस बार कुछ चौकाने वाले तथ्य भी सामने आए। आंकड़ों पर गौर करें तो वीनर एवं रनर को छोड़ केवल दो प्रत्याशी ही ऐसे निकले जो अपनी जमानत बचा पाए अन्यथा सबकी जमानत जब्त हो गई।

निर्वाचन आयोग के अनुसार कुल पड़े वोट में 1/6 प्रतिशत वोट जमानत बचाने के लिए जरूरी है। यानी एक लाख वोट पर लगभग 17 हजार वोट आना अनिवार्य है। इस बार के चुनाव में बक्सर विधान सभा में 1 लाख 63 हजार 340 वोट पड़े थे। इस हिसाब से यहां जमानत बचाने के लिए 27 हजार 223 वोट लाना अनिवार्य था। जबकि, वीनर एवं रनर को छोड़ एकमात्र रालोसपा के प्रत्याशी निर्मल कुमार सिंह को 30 हजार 489 वोट मिले। इस तरह बक्सर विधानसभा से एकमात्र रालोसपा प्रत्याशी ही अपनी जमानत बचाने में सफल हो पाए। इसी तरह राजपुर विधानसभा में कुल 1 लाख 84 हजार 616 वोट पडे़। इस लिहाज से यहां जमानत बचाने के लिए 30 हजार 769 वोट लाना जरूरी था। इस आंकड़े को यहां वीनर और रनर प्रत्याशियों को छोड़कर बहुजन समाज पार्टी के संजय राम ही पीछे छोड़ पाए और अपनी जमानत बचाने में सफल हुए। उन्हें कुल 43 हजार 836 वोट मिले। ब्रह्मपुर विधानसभा में 1 लाख 85 हजार 396 वोट पड़े। इस तरह यहां जमानत बचाने के लिए 30 हजार 899 वोट की जरूरत थी। वीआईपी के जयराज चौधरी यहां 30 हजार वोट लाने में जरूर सक्षम हुए लेकिन, वह कुल 30 हजार 273 वोट पर ही सिमट गए और 30 हजार से अधिक वोट लाने के बाद भी जमानत नहीं बचा पाए। डुमरांव में कुल 1 लाख 74 हजार 976 मत पड़े और यहां जमानत बचाने के लिए 29 हजार 162 वोट अनिवार्य था। परंतु, डुमरांव में वीनर एवं रनर प्रत्याशी को छोड़कर कोई प्रत्याशी इस जादुई आंकड़े तक नहीं पहुंच पाया। लिहाजा, डुमरांव विधानसभा में भी किसी की जमानत नहीं बची।
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